इस वर्ष दर्शकों ने हिन्दी सिनेमा की तिकडी सलमान-आमिर-शाहरुख को इस बात का अहसास करवा दिया कि अब उनके दिन लद चुके हैं और उन्हें स्वयं को चरित्र भूमिकाओं में आना शुरू कर देना चाहिए। दर्शकों ने पहले सलमान खान की रेस-3, उसके बाद आमिर खान की ठग्स ऑफ हिंदोस्तान और शाहरुख खान की ‘जीरो’ को पूरी तरह से नकार दिया है। हालांकि लागत के लिहाज से देखा जाए तो सलमान खान की रेस-3 मात्र 80 करोड में बनी, जबकि आमिर खान और शाहरुख खान की फिल्मों का बजट 210 और 200 करोड रहा है। कमाई के लिहाज से भी सलमान की रेस-3 ने बॉक्स ऑफिस पर 169 करोड का कारोबार किया, जबकि आमिर खान की फिल्म ने मात्र 151 करोड का कारोबार किया। वहीं बात करें शाहरुख खान की ‘जीरो’ की तो इसे तो अभी 100 करोड तक पहुंचने के लिए ही 5 दिन का समय चाहिए। ऐसा जरूरी नहीं कि इन 5 दिनों में भी यह फिल्म 100 करोड के आंकडें को छूने में कामयाब हो जाए।
पहले सोमवार को कलेक्शंस पचास फीसदी तक गिरने के बाद मंगलवार को क्रिसमस की छुट्टी पर जीरो की कमाई में उछाल आया। ट्रेड एक्सपट्र्स के अनुसार, मंगलवार को जीरो ने 12.75 करोड कमाई की है, जो सोमवार के मुकाबले लगभग पच्चीस फीसदी अधिक है। हालांकि छुट्टी के मद्देनजर ये उछाल कम है, फिर भी शाह रुख के लिए राहत की बात जरूर है। ‘जीरो’ का पांच दिनों का कलेक्शन अब 81.32 करोड हो चुका है। सोमवार को वर्किंग वीकेंड शुरू होने की वजह से फिल्मों का व्यवसाय आम तौर पर काफी गिरता है। सोमवार को जीरो ने 9.50 करोड बॉक्स ऑफिस पर मिले थे। रविवार के मुकाबले सोमवार को फिल्म का कलेक्शन लगभग 50 फीसदी गिरा, जो सामान्य है। दूसरे वीकेंड तक घरेलू बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड जमा करने की आस लगायी जा सकती है।