मेलबर्न में होगा ‘कुछ कुछ होता है’ के 20 वर्ष पूरे करने का जश्न

करण जौहर एक जाना माना नाम है, एक ऐसे निर्देशक और व्यक्तित्व जिन्हें लाखों लोग पसंद करते हैं। उनकी फिल्मों ने न केवल पॉप संस्कृति में अपनी प्रतिष्ठित जगह बनाई है, बल्कि बॉक्स ऑफिस के रिकॉर्ड भी तोड़े हैं। 90 के दशक में रोमांटिक शैली की फिल्म, ‘कुछ कुछ होता है’ के निर्देशक के रूप में अपना करियर शुरू करने के बाद करण ने हाल ही में फिल्म उद्योग में दो शानदार दशक पूरे कर लिए हैं। इस ऐतिहासिक उपलब्धि का जश्न मनाने के लिए, मेलबर्न के आगामी भारतीय फिल्म महोत्सव में करण जौहर के इन 20 सालों को मनाया जाएगा। फिल्म व्यवसाय में अपने दो दशकों के समारोह को मनाने के साथ इस भारतीय सिनेमा के उत्सव का हिस्सा बनने के लिए निर्देशक विक्टोरियन राज्य की दिलकश सांस्कृतिक राजधानी के लिए उड़ान भरेंगे। इस कार्यक्रम के एक हिस्से के रूप में फेस्टिवल में उनकी पहली फिल्म कुछ कुछ होता है की एक विशेष स्क्रीनिंग की जाएगी और ऑस्ट्रेलिया भर के सैकड़ों प्रशंसकों की उपस्थिति में खुद निर्देशक के साथ बातचीत का एक विशेष सत्र रहेगा।

उन्होंने फिल्म को लेकर अपने जज्बात भी साझा किए। उन्होंने कहा, ‘यह मेरी पेशेवर जिन्दगी का लैंडमार्क साल है। इसका जश्न उस फिल्म महोत्सव में मनाने को लेकर मैं बड़ा एक्साइटेड हूँ। एक किस्सागो के तौर पर पिछले 20 सालों का सफर बड़ा कमाल का रहा है। फिल्में मेरा जुनून रही हैं।’

गौरतलब है कि इस वर्ष करण जौहर के बैनर की तीन फिल्मों का प्रदर्शन अब तक हो चुका है, जिनमें उनकी मल्टीस्टारर फिल्म ‘कलंक’ की असफलता ने उनके बैनर पर एक कलंक लगा दिया है। करण जौहर अपने इस कलंक को धोने की पुरजोर कोशिश में लगे हुए हैं। इसी के चलते अब वे स्वयं एक बार फिर से निर्देशन की कुर्सी संभालने जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने अपने बैनर से उन निर्देशकों को बाहर का रास्ता दिखाना शुरू कर दिया है जिनकी फिल्में असफल हुई हैं। इनमें मुख्य रूप से पुनीत मल्होत्रा और अभिषेक बर्मन शामिल हैं। करण जौहर इस वर्ष के अन्त में बतौर निर्देशक ‘तख्त’ से वापसी करने जा रहे हैं।