पिछले मंगलवार को जारी हुए ‘कलंक (Kalank)’ के टीजर का बुखार दर्शकों पर सिर्फ दो दिन रहा। उसके बाद से इस टीजर की आलोचना होना शुरू हो गई। कहा जाने लगा कि टीजर में सिर्फ सितारों की झलक दिखाई गई जिसे पहले ही पोस्टरों के जरिये दिखाया जा चुका है। टीजर में तीन ऐसी बातें थी जिनसे कुछ उम्मीद बंधी कि यह फिल्म अच्छी होगी।
पहली दिखाए गए दो संवाद—जब किसी और की बर्बादी अपनी जीत जैसी लगे, तो हमसे ज्यादा बार्बद कोई और नहीं इस दुनिया में—आलिया और दूसरा संवाद—कुछ रिश्ते कर्जों की तरह होते हैं, उन्हें निभाना नहीं चुकाना पड़ता है—वरुण धवन द्वारा बोले गए इन संवादों से उम्मीद है पूरी फिल्म में संवाद अच्छे होंगे और टीजर के अन्त में अरिजीत सिंह की आवाज में सुनाई दिए प्रीतम के संगीतबद्ध तीन शब्द—कलंक नहीं, इश्क है. . . काजल पिया—से उम्मीद जगी थी कि इस फिल्म का संगीत बेहतरीन होगा लेकिन आज जारी हुए पहले गीत ‘घर मोरे परदेसिया’ को देखने और सुनने के बाद साफ झलक रहा है कि यहाँ पर अभिषेक वर्मन संजय लीला भंसाली से मात खा गए हैं। जारी होने के 6 घंटे में इस गीत को यूट्यूब पर लगभग 15 लाख दर्शकों ने देख लिया है।
यह गीत माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) और आलिया भट्ट (Alia Bhatt) पर फिल्माया गया है। कुछ उसी अंदाज में जिस अंदाज में संजय लीला भंसाली ने माधुरी और ऐश्वर्या पर ‘देवदास’ में डोला रे डोला डोला और दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा पर ‘बाजीराव मस्तानी’ में ‘पिंगा’ को फिल्माया था लेकिन यहाँ भव्यता और मधुरता के मामले में ‘घर आये परदेसिया’ पूरी तरह से चूक गया है। इस गीत को और भव्य और मधुरता के साथ बनाया जा सकता था। इस गीत में आलिया भट्ट ने अपनी नृत्य क्षमता का भी प्रदर्शन किया है। पहली बार उन्होंने किसी फिल्म में सेमी क्लासिकल गीत पर डांस किया है। गीत को श्रेया घोषाल और वैशाली माडे ने गाया है। संगीत प्रीतम का और बोल अमिताभ भट्टाचार्य के हैं। गीत की कोरियोग्राफी रेमो डिसूजा ने की है जो इससे पहले ‘मैं तेरी दीवानी मस्तानी’, ‘पिंगा’ और ‘डोला रे’ को कोरियोग्राफ कर चुके हैं। रेमो इस गीत में वो चीज नहीं लाए जो इन गीतों में दिखाई दी थी।