शर्मिन्दगी जैसा है आलिया से मेरी तुलना करना: कंगना रनौत

कंगना रनौत मीडिया को बुला-बुला कर यह कह रही हैं कि वे आलिया भट्ट से उनकी तुलना करना बन्द करें। यह मुझे शर्मिन्दगी का अहसास करवाता है। कंगना रनौत ने बॉलीवुड में स्वयं को अपने बलबूते पर स्थापित किया है। उसने अपने अभिनय के कई रंग दर्शकों के सामने प्रस्तुत किए हैं। वह तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी है। ऐसे में कंगना की तुलना आलिया भट्ट से करना बेमानी है। अपने सात साल के सफर में आलिया भट्ट ने भी अपनी अभिनय क्षमता को संवारा है। अब वे हर किरदार में पूरी तरह से रमने लगी हैं। स्टूडेंट ऑफ द इयर, हाइवे, 2 स्टेट्स, हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया, कपूर एंड संस, डिअर जिन्दगी, उड़ता पंजाब, बद्रीनाथ की दुल्हनिया, राजी और गली बॉय सरीखी फिल्मों में काम किया है। इन फिल्मों में उड़ता पंजाब और राजी ऐसी फिल्में रही हैं जिनमें उन्होंने उम्मीद जगाई की वह आगे जाकर बेहतरीन अदाकारा बनेगी। हालांकि अभी तक उन्हें ऐसा कोई निर्देशक नहीं मिल पाया है जो उनकी अभिनय क्षमता को और निखार सके। पिछले 7 साल में आलिया ने लगातार बेहतरीन ऐक्टिंग और स्टरडम में जो ग्रोथ किया है, वह शायद ही बॉलिवुड की किसी और ऐक्ट्रेस ने इतने कम समय में किया हो।

आलिया में अभिनय की असीम संभावनाएँ हैं यह शायद संजय लीला भंसाली को दिखायी दे गया है, इसी के चलते उन्होंने उसे अपनी फिल्म ‘इंशाअल्लाह’ में सालमान खान के साथ लिया है। कंगना रनौत आलिया भट्ट के खिलाफ तब से बोल रही हैं जब उन्होंने उनकी फिल्म ‘मणिकर्णिका’ को लेकर सोशल मीडिया पर कंगना की तारीफ नहीं की तो कंगना ने आलिया पर अपने बेबाक बयानों से हमला करना शुरू कर दिया। आलिया को करण जौहर की कठपुतली कहने के बाद अब कंगना ने एक और हमला करते हुए कहा कि आलिया जैसी औसत अभिनेत्री के साथ तुलना होने पर वह शर्मिंदा महसूस करती हैं।

कंगना ने कहा, ‘यह मुझे शर्मिंदा करने जैसा है, गली बॉय के परफॉर्मंस में पीछे करने जैसा क्या है, वही गुस्सैल मुंहफट लडक़ी, एक आजाद और सशक्त महिला को दिखाने का बॉलीवुड का पुराना तरीका, मुझे शर्मिंदा ना करें, प्लीज। मीडिया ने इन फिल्मी बच्चों को ज्यादा ही प्यार दिया है, इनके औसत काम की सराहना करना बंद करें, वरना अभिनय का दर्जा कभी बढ़ नहीं पाएगा।