नागरिकता संशोधन कानून यानी CAA को लेकर देशभर में विरोध हो रहा है। बॉलीवुड के कई सितारे भी इस विरोध में शामिल हुए और कई ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया भी दी है। अब फिल्म प्रोड्यूसर मुकेश भट्ट ने रिएक्ट किया है। फिल्म प्रोड्यूसर मुकेश भट्ट ने कहा- पूरा देश आग की लपटों में है। निजी तौर पर मैं बहुत दुखी हूं। इतना सब होने के बाद अगर कोई देख नहीं पा रहा है तो ये बहुत दुर्भाग्य की बात है। अगर युवा सड़कों पर आ रहा है तो ये गौर करने वाली बात है। इस पर बातचीत करनी चाहिए की क्या गलत हुआ है।
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर अनुपम खेर ने की ये अपीलबॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर (Anupam Kher) ने नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के विरोध में छात्रों के प्रदर्शन के बाद अब अपना एक वीडियो पोस्ट किया है। इस वीडियो में अनुपम खेर छात्रों से शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अपील कर रहे हैं। अनुपम खेर (Anupam Kher) ने वीडियो पोस्ट में कहा कि भारत के सभी अद्भुत छात्रों से मेरी अपील- प्रोटेस्ट आपका अधिकार है, लेकिन भारत को बचाना आपका कर्तव्य है।
CAA प्रोटेस्ट में शामिल हुए ये स्टार्सबता दें कि गुरूवार 19 दिसंबर को हुए साइलेंट विरोध में बॉलीवुड एक्टर्स फरहान अख्तर, हुमा कुरैशी, टीवी एक्टर सुशांत सिंह, सिद्धार्थ और साकिब सलीम शामिल हुए थे। इसके अलावा शबाना आजमी, जावेद अख्तर, परिणीति चोपड़ा, प्रियंका चोपड़ा, सोनाक्षी सिन्हा, रितेश देशमुख और आयुष्मान खुराना आदि ने हिंसा का विरोध किया है।
ट्वीट पर फंसे फरहानबता दें कि फरहान ने भी हाल में एक ट्वीट के जरिए CAA के विरोध में आवाज उठाई थी। लेकिन उनका विरोध जताना उन पर ही भारी पड़ गया है। सैदाबाद में हिंदू संगठन ने फरहान अख्तर के खिलाफ आईपीसी की धारा 121 (भारत सरकार के खिलाफ छेड़ना या युद्ध छेड़ने के लिए उकसाना), 121A (भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश रचना), 120B (आपराधिक साजिश रचना) और 505 (समुदायों के बीच नफरत पैदा करना) के तहत केस दर्ज कराया है। संगठन ने अभिनेता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि बॉलिवुड ऐक्टर फरहान अख्तर ने अपने ऑफिशल ट्विटर हैंडल से देशद्रोही ट्वीट किया, जिससे डर और अराजकता फैल गई। फरहान पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने लोगों में डर और अराजकता पैदा करने के साथ-साथ मुस्लिमों, ट्रांसजेंडर्स, नास्तिक और दलितों को राष्ट्र के खिलाफ भड़काने का काम किया है। फरहान पर देश के अलग-अलग समुदायों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया गया है।