किसानों के समर्थन में उतरे बॉलीवुड अभिनेता धर्मेंद्र, कहा- किसान भाइयों की पीड़ा देखकर बेहद दुखी हूं

बॉलीवुड इंडस्ट्री के कई स्टार्स किसानों के समर्थन में ट्वीट कर रहे हैं। एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा को भी किसानों की स्थिति देख बहुत दर्द हो रहा है। उन्होंने भी सोशल मीडिया पर इसे लेकर पोस्ट किया था। उन्होंने ट्वीट में लिखा था- किसान तो हमारे सैनिक हैं। उनके हर डर को खत्म करना जरूरी है। उनकी उम्मीदों का पूरा होना जरूरी है। लोकतंत्र होने के नाते हमारी जिम्मेदारी है कि ये विवाद जल्द सुलझ जाए।

किसान भाइयों की पीड़ा को देखकर बेहद दुखी हूं

वहीं, अब बॉलीवुड एक्टर धर्मेंद्र देओल ने एक बार फिर किसानों के समर्थन में ट्वीट किया है। धर्मेंद्र ने कहा कि मैं अपने किसान भाइयों की पीड़ा को देखकर बेहद दुखी हूं। सरकार को तेजी से समाधान करना चाहिए। इससे पहले भी धर्मेंद्र ने किसानों के समर्थन में ट्वीट किया था। हालांकि, यह ट्वीट बाद में डिलीट कर दिया गया था, जिसको लेकर लोगों ने धर्मेंद्र को ट्रोल करना शुरू कर दिया था।

क्या लिखा था धर्मेंद्र ने?

धर्मेंद्र ने ट्वीट में लिखा था- 'सरकार से प्रार्थना है, किसान भाइयों की समस्या का कोई हल जल्दी निकाल लें, दिल्ली में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, दर्द होता है ये देखकर।'

धर्मेंद्र का ये ट्वीट वायरल हो गया था। लेकिन फिर अचानक से धर्मेंद्र ने अपने इस ट्वीट को डिलीट कर दिया। धर्मेंद्र का ऐसे अचानक ट्वीट डिलीट करना कई लोगों को हैरान कर गया। कई यूजर तो धर्मेंद्र को ट्रोल करने लगे।

आपको बता दे, पंजाबी एक्टर और सिंगर दिलजीत दोसांझ शुरुआत से किसानों के समर्थन में हैं। उन्होंने किसानों को 1 करोड़ रुपये दान किए। सोनम कपूर, सोनू सूद, गिप्पी ग्रेवाल, तापसी पन्नू, रितेश देशमुख, जसबीर जस्सी, गुरदास मान, खेसारी लाल यादव जैसे सितारे भी किसानों के समर्थन में ट्वीट कर चुके हैं। पंजाबी एक्टर एमी विर्क ने किसानों के समर्थन में कहा था कि अगर लोग अपने आप से, इंसानियत से प्यार करते हैं तो उन्हें किसानों के समर्थन में खड़ा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि दुनियाभर के लोग अपने एक ट्वीट से भी समर्थन दिखा सकते हैं, सभी को सड़कों पर उतरने की जरूरत नहीं है।

आपको बता दे, नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 16वां दिन है। सरकार से बात नहीं बनते देख किसानों ने आंदोलन तेज कर दिया है। वे अब देशभर में ट्रेनें रोकने का ऐलान कर चुके हैं। उधर, पंजाब के अलग-अलग इलाकों से 30 हजार और किसान दिल्ली आ रहे हैं। किसान नेता बूटा सिंह ने कहा कि कानून रद्द करने को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ, इसलिए जल्द ट्रेनें रोकने की तारीख का ऐलान करेंगे। वहीं भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार और किसान दोनों को पीछे हटना होगा। सरकार कानून वापस ले तो किसान अपने घरों को चले जाएंगे।

कृषि कानूनों की वापसी मुश्किल

उधर, केंद्र ने किसानों को साफ संकेत दे दिए हैं कि कृषि कानूनों की वापसी मुश्किल है। अगर कोई चिंता है तो सरकार बातचीत और सुधार के लिए हमेशा तैयार है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि हमने किसानों से कई दौर की बातचीत की। उनके हर सवाल का जवाब लिखित में भी दिया, लेकिन किसान अभी फैसला नहीं कर पा रहे हैं और ये चिंता की बात है।