विवेक ओबेरॉय ने की सौरव गांगुली की अच्छी सेहत की दुआ, बोले- ईश्वर आपको एक लंबी और स्वस्थ्य जिंदगी दे

शनिवार को सीने में दर्द उठने के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली (48) को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल में एडमिट कराया था। सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) की एंजियोप्लास्टी की गई है। हमेशा फिट दिखने वाला 'दादा' जब अस्पताल में भर्ती हुए तो उनके लिए दुआओं का दौर शुरू हो गया। खेल ही नहीं बॉलीवुड के सितारे भी सौरव गांगुली की अच्छी सेहत के लिए दुआ कर रहे है। इसी कड़ी में बॉलीवुड एक्टर विवेक ओबेरॉय (Vivek Oberoi) ने एक सोशल मीडिया पोस्ट करके सौरव गांगुली की अच्छी सेहत की दुआ की। विवेक ने ट्विटर पर लिखा, 'हम जैसे करोड़ों दादा फैन्स आपकी अच्छी सेहत की दुआ कर रहे हैं सौरव गांगुली। भारतीय जर्सी के तौर पर आप हमारा गर्व पहनते हैं जो हमें आपके प्रति सम्मान से भर देता है।'

विवेक ने लिखा, 'ईश्वर आपको एक लंबी और स्वस्थ्य जिंदगी दे, प्लीज जल्दी ठीक हो जाइए।'

जानकारी के मुताबिक बीसीसीआई के अध्यक्ष और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को शनिवार सुबह वर्कआउट सेशन के बाद घबराहट और चक्कर आने लगे थे। आज सुबह वुडलैंड अस्पताल के डॉक्टरों ने सौरव गांगुली की सेहत से जुड़ा अपडेट जारी किया है। डॉक्टरों के मुताबिक सौरव गांगुली की तबीयत स्थिर है। कल 3 बजे के करीब उनका छोटा ऑपरेशन किया गया था। कोलकाता के वुडलैंड अस्पताल में डॉ सरोज मंडल, डॉ सौतिक पंडा और डॉ सप्तर्षि बासु गांगुली का इलाज कर रहे हैं। डॉक्टरों ने पाया कि सौरव गांगुली के तीन आर्टरी में ब्लॉकेज है। डॉक्टरों ने कहा कि सौरव की शनिवार को 3 बजे Coronary Angiography की गई थी। उन्हें तीन आर्टरी में समस्या थी। डॉक्टरों ने कहा कि उनके RCA यानी कि Right coronary artery में स्टेंट डाला गया है। इसके लिए Radial route तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इस वक्त सौरव डॉक्टरों की गहन निगरानी में हैं।

अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि LAD यानी कि Left anterior descending artery और Obtuse marginal artery के फंक्शन पर अभी उनकी नजर है।

डॉक्टरों ने बताया कि मेडिकल बुलेटिन तैयार करते वक्त सौरव गांगुली नींद में थे। उनके बॉडी के बाकी पैरामीटर नॉर्मल हैं। आज भी डॉक्टर उनकी ECG करेंगे। अस्पताल ने कहा है कि सौरव गांगुली अभी डॉक्टरों की गहन निगरानी में और जरूरत के मुताबिक उनका उपचार किया जा रहा है।