2 News : बॉबी ने कहा, मुश्किल से मुश्किल समय में भी मां ने नहीं छोड़ा पिता का साथ, जब वैन में कपड़े बदल रही थीं एक्ट्रेस…

एक्टर बॉबी देओल ने 90 के दशक में फिल्मी दुनिया में कदम रखा था। शुरुआत में कई बढ़िया फिल्मों में काम करने के बाद बॉबी से सफलता दूर हो गई थी। हालांकि कुछ समय पहले ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आई वेब सीरीज ‘आश्रम’ और ‘एनिमल’ मूवी में दमदार एक्टिंग की बदौलत बॉबी के करिअर में फिर से जान आ गई। बॉबी ने हाल ही में अपने परिवार से मिलने वाले प्यार और पिता गुजरे जमाने के सुपरस्टार धर्मेंद्र को लेकर बात की। बॉबी ने बॉलीवुड हंगामा के साथ बातचीत में कहा कि मेरी सफलता में पिता के साथ ही मां, दादी औऱ पत्नी का भी हाथ है।

शादी के बाद से पत्नी तान्या ने हर मुकाम पर मेरा वैसे ही साथ निभाया जैसे मां प्रकाश कौर ने पिता का साथ निभाया था। मां ने पिता के हर एक फैसले में उनका डटकर साथ दिया। मेरे पिता की जिंदगी की सबसे बड़ी ताकत मां हैं। हर मुश्किल से मुश्किल समय में भी उन्होंने उनका साथ कभी नहीं छोड़ा। पापा ने अपनी जिंदगी वैसे ही जी है जैसे वो चाहते थे। मुझे लगता है कि फ्रैंक सिनात्रा का गाना ‘आई डिड इट माई वे’ उन पर बिल्कुल फिट बैठता है। वो वैसे ही हैं, आप जानते हैं। मेरे पापा हमेशा से ऐसे ही रहे हैं।

जब उन्होंने करिअर की शुरुआत की और इंडस्ट्री में कदम रखा, तो वो कभी भी लोगों से एक स्टार की तरह नहीं मिले। वे हमेशा एक इंसान की तरह उनसे मिले। वे लोगों से जुड़े रहे। उन्होंने बहुत से लोगों के लिए बहुत कुछ किया है। उन्होंने यह सब दिल से किया है। मुझे लगता है कि यही वजह है कि आज तक देओल परिवार के प्रति लोगों का प्यार बना हुआ है। यह सब उनके कारण ही है। मैंने पिता से सीखा कि कैसे स्टारडम के बावजूद वो अपनी मिट्टी से जुड़े रहे।

पापा ने स्टारडम और सफलता को कभी भी अपने सिर पर चढ़ने नहीं दिया। बॉबी आखिरी बार तेलुगु एक्शन ड्रामा 'डाकू महाराज' में नजर आए थे। आने वाले समय में वे कई बड़े प्रोजेक्ट्स में दिखेंगे, जिनमें वाईआरएफ स्पाई यूनिवर्स की फिल्म 'अल्फा', तमिल पॉलिटिकल एक्शन फिल्म 'जन नायक' और प्रियदर्शन के साथ एक कॉमेडी थ्रिलर शामिल हैं।

शालिनी पांडे ने कहा, फिल्म के डायरेक्टर मेरी वैन में बिना खटखटाए ही अंदर आ गए…

एक्ट्रेस शालिनी पांडे अपने एक बयान को लेकर चर्चा में आ गई हैं। उन्होंने साउथ में उनके साथ हुए कास्टिंग काउच के बारे में खुलकर बात की। शालिनी ने फिल्मी ज्ञान को दिए इंटरव्यू में कहा कि मैंने हमेशा अच्छे मेल्स के साथ काम नहीं किया। मैंने ऑन-स्क्रीन, ऑफ-स्क्रीन और क्रू सहित कुछ भयानक पुरुषों के साथ भी काम किया है। लेकिन आपको बस अपनी सीमा तय करनी होती है। अपने करिअर में मैंने बेहद अराजक पुरुषों का भी सामना किया है और ये बात बिल्कुल सच है।

मैं किसी फिल्मी बैकग्राउंड से नहीं हूं, इसलिए शुरुआत में मुझे चीजें संभालनी नहीं आती थीं। मेरे करिअर के शुरुआती दिनों में मैं एक साउथ फिल्म में काम कर रही थी। तभी सेट पर एक दिन फिल्म के डायरेक्टर मेरी वैन में बिना खटखटाए ही अंदर आ गए। उस टाइम मैं वैन में कपड़े चेंज कर रही थी। उन्हें देखते ही मैं पूरी तरह से घबरा गई थी लेकिन फिर मैं उस डायरेक्टर पर खूब चिल्लाई, मैंने कभी नहीं सोचा था ऐसा भी कुछ हो सकता है। मैं बहुत डर गई थी। उस वक्त मैं सिर्फ 22 साल की थी।

मुझे लोगों ने कहा कि उन पर चिल्लाना नहीं चाहिए था लेकिन ये कोई तरीका नहीं होता है इस तरह से किसी लड़की के वैन के अंदर आने का। अगर मैं नई हूं तो आप बिना खटखटाए अंदर नहीं आ सकते हैं। आप मेरे साथ ऐसा नहीं कर सकते हैं। आपको अंदर आने से पहले पूछना चाहिए था।