IGT-10 : छत्तीसगढ़ की ‘अबूझमाड़ मलखंभ एकेडमी’ ने जीता खिताब, मिला यह शानदार इनाम, ये रहे रनरअप

'इंडियाज गॉट टैलेंट' के 10वें सीजन का खिताब छत्तीसगढ़ की ‘अबूझमाड़ मलखंभ एकेडमी’ के धुरंधरों के नाम रहा। उन्होंने रविवार (5 नवंबर) की रात IGT-10 की ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। एकेडमी की टीम को 20 लाख रुपए की इनामी राशि भी मिली। साथ ही मारुति सुजुकी अर्टिगा कार भी पुरस्कार के रूप में दी गई।

सदियों पुरानी कला को जीवित रखते हुए मलखंभ खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से शो के निर्णायकों का, कार्यक्रम के सेलिब्रेटी गेस्ट व देश के करोड़ों लोगों का दिल जीत लिया। टीम छत्तीसगढ़ के नक्सलवाद प्रभावित बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले की है। टीम में मनोज प्रसाद (कोच), पारस यादव, नरेंद्र गोटा, फूलसिंह, युवराज सोम, राकेश कुमार वरदा, राजेश कोर्राम, राजेश सलाम, मोनू नेताम, श्यामलाल पोटाई, सुरेश पोटाई, समीर सोरी, अजमद फरीदी, शुभम पोटाई शामिल थे।

इंडियन क्लासिकल फ्यूजन बैंड ‘रागा फ्यूजन’ फर्स्ट रनर-अप और ‘गोल्डन गर्ल्स’ सैकंड रनरअप रहीं। इन दोनों को 5-5 लाख रुपए की प्राइज मनी दी गई। रागा फ्यूजन टीम में लुधियाना से जयंत पटनायक, मध्यप्रदेश से अजय तिवारी, पटना से अमृतांशु दत्ता और पटना से हर्षित शंकर शामिल थे। ‘अबूझमाड़ मलखंभ एकेडमी’ के साथ-साथ ‘रागा फ्यूजन’, ‘नागालैंड महिला बैंड’, ‘जीरो डिग्री’, ‘गोल्डन गर्ल्स’ और ‘द आर्ट’ जैसे कई परफार्मिंग ग्रुप ने इस शो में जीत के लिए दावेदारी पेश की।

‘अबूझमाड़ मलखंभ एकेडमी’ को जनता का सबसे ज्यादा प्यार मिला। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी सोशल मीडिया पर एकेडमी को शुभकामनाएं देते हुए जनता से इन्हें वोट देने की अपील की थी। शो में एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी, रैपर सिंगर बादशाह और एक्ट्रेस किरण खेर ने जज की भूमिका निभाई।

इन ग्रुप के बीच हुई खिताब के लिए जबरदस्त टक्कर, विजेता टीम के कोच ने जताई खुशी

शो के आखिर में 6 फाइनलिस्ट बचे थे, जिन्होंने आखिरी बार लोगों के सामने परफॉर्म किया। हिप-हॉप डांस के बादशाह मुंबई से ‘जीरो डिग्री’, छत्तीसगढ़ से ‘अबूझमाड़ मलखंभ अकादमी’, द आर्ट कोलकाता की ‘गोल्डन गर्ल्स’, इंडो-क्लासिकल फ्यूजन बैंड ‘रागा फ्यूजन’ और नागालैंड की ‘वुमन बैंड’ में भिड़ंत थी। शो को जीतने के बाद अबूझमाड़ मलखंभ अकादमी के कोच मनोज प्रसाद की खुशी का ठिकाना नहीं था।

पुरस्कार जीतने के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ये सच नहीं लग रहा है। अबूझमाड़ अकादमी में ये हमारे लिए एक सपने के सच होने जैसा है। हमने भारत के स्वदेशी खेलों और मार्शल आर्ट्स को बढ़ावा देने की शुरुआत की है। ‘इंडियाज गॉट टैलेंट’ में भाग लेना हमारा पहला बड़ा कदम था। हमें बिल्कुल यकीन नहीं हो रहा है कि हमने ये शो जीत लिया है।