International Yoga Day: रुक जाएगा हेयर फॉल, दोगुनी तेजी से बढ़ने लगेंगे बाल, रोज करें ये 8 योगासन

लगभग हर इन्सान को कभी न कभी, किसी न किसी रूप में हेयर लॉस की परेशानी से जूझना पड़ता है। यह महिलाओं में तो आम है, लेकिन अब युवाओं में 20 साल की उम्र से ही यह समस्या सामने आने लगी है। सिर पर लगभग एक लाख बाल हैं और अगर रोजाना 50 और 100 बाल झड़ते है तो यह एक आम बात है लेकिन बालों के झड़ने के बाद अगर नए बाल नहीं आए तो यह चिंता का विषय है। ऐसे में अगर आप भी बालों के झड़ने की समस्या से परेशान है तो अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर हम आपको कुछ योगा के बारे में बताने जा रहे है जिनकी मदद से बालों से जुड़ी समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।

आपको बता दे, हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस सेलिब्रेट किया जाता है। योग दिवस की शुरुआत 2015 को हुई थी, जिसके बाद हर साल 21 जून को दुनियाभर में योग दिवस मनाया जाता है। योग दिवस का महत्व यही है कि लोगों में योगाभ्यास के प्रति जागरुकता फैलाई जा सके। योग, प्राणायाम और योगासनों का अभ्यास करके हम फिर से पूर्ण रूप से स्वस्थ बन सकते हैं।

शीर्षासन

शीर्षासन हैडस्टेंड पोजीशन के नाम से भी जाना जाता है। इस आसन को आसनों का राजा भी कहा जाता है। इस आसन को करने से सिर तक रक्त प्रवाह बेहतर होने लगता है जो बालों की झड़ने की और उनके पतला होने की समस्या को खत्म करता है। इसके अलावा सिर में बेहतर रक्त प्रवाह के चलते बालों की ग्रोथ भी बेहतर होने लगती है। यही नहीं अगर आपके बाल सफेद होना शुरू हो गए तो तो भी आप इस आसन को कर सकते हैं। शीर्षासन निष्क्रिय हो चुके हेयर फॉलिकल की क्षमता को बढ़ाने का कार्य भी करता है। बालों से जुड़ी समस्याओं से राहत पाने के लिए आप शीर्षासन को आजमा सकते हैं।

करने का तरीका

- शीर्षासन करने के लिए सबसे पहले खाली पेट, समतल स्थान पर कंबल या दरी बिछा ले।
- वज्रासन में बैठकर, हाथों की अंगुलियों को आपस में फंसा लें।
- माथे से ऊपर जहां से बाल शुरू होते हैं, वहां से चार अंगुल ऊपर सिर पर हाथों को रखें।
- अब आगे झुकते हुए माथे को ज़मीन पर रख लें।
- दोनों हाथों की कोहनियों को जमीन पर टिका दें और हाथों की उंगलियों को आपस में अच्छी तरह से फंसाकर रखें।
- सांस की गति सामान्य रखते हुए हाथों पर ज़ोर डालते हुए, शरीर का भार सिर पर लाएं और सबसे पहले नितंबों को ऊपर की ओर उठाएं, फिर धीरे-धीरे पैरों को ऊपर उठाते जाएं।
- शरीर का भार सिर पर आ जाएगा।
- शरीर को ऊपर की ओर सीधा कर लें। यहाँ पैर, कमर,व सर एक सीध में हो जाएंगे।
- शुरुआत में दीवार के सहारे या किसी का सहयोग लेकर इसका अभ्यास करें।

मत्स्यासन

इस आसन में आपका शरीर एक मछली के आकार में होता है। यह आसन बालों से जुड़ी किसी प्रकार की समस्या से निजात दिलाने में आपकी मदद कर सकता है। यह आसन आप बड़ी आसानी से घर पर ही कर सकते है। इस आसन को करने से आपके सिर पर ऑक्सीजन सही मात्रा में पहुंचती है । जिसकी वजह से हेयर फॉलिकल को बढ़ने में मदद मिलती है।

करने का तरीका

- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं।
- इसके बाद अपने घुटनों को अंदर की तरफ मोड़े ठीक वैसे ही जैसे आप क्रॉस लेग करके बैठते हैं।
- अब अपनी कमर को गर्दन तक उठाएं। ध्यान रहे कि इस दौरान आपके पैर और सिर जमीन पर ही लगा रहेगा। इस आसन की पोजीशन में कुछ देर रहने के बाद रेस्ट की पोजीशन में आ जाएं।

उत्तानासन

यह आसन कैमेल मुद्रा के नाम से भी जानी जाती है। यह आसन शुरुआत में बहुत मुश्किल हो सकता है। लेकिन धीरे- धीरे इसे करना आसान हो जाता है। उत्तानासन के अभ्यास के दौरान सिर आपके दिल के नीचे होता है। इससे आपके मस्तिष्क की ओर रक्त प्रवाह तेज हो जाता है और यहां ऑक्सीजन की आपूर्ति अच्छे से होती है। जिसके चलते आपके हेयर फॉलिकल मजबूत होते हैं और बालों का बढ़ना तेज होने लगता है। यह ना केवल बालों की ग्रोथ बढ़ाता है बल्कि इसके जरिए बाल घने होते हैं और इनकी गुणवत्ता भी अच्छी होने लगती है।

करने का तरीका


- योग मैट पर सीधे खड़े हो जाएं और दोनों हाथों को हिप्स पर रखें।
- सांस अंदर खींचते हुए कमर को मोड़ते हुए आगे की झुकें।
- हिप्स और टेलबोन को हल्का सा पीछे की ओर ले जाएं। इस दौरान संतुलन बनाए रखें।
- अपने हाथों से टखने को पीछे की ओर से पकड़ें।
- आपके पैर एक-दूसरे की सीधी रेखा में रहेंगे।
- आपका सीना पैर के ऊपर छूता रहेगा।
- सीने की हड्डियों और प्यूबिस के बीच चौड़ा स्पेस रहेगा।
- इस दौरान जांघों को भीतर की तरफ दबाने का प्रयास करें और शरीर को एड़ी के बल स्थिर बनाए रखें।
- सिर को नीचे की तरफ झुकाएं और टांगों के बीच से झांककर देखें।
- इस स्थिति में 15-30 तक बने रहें और धीरे-धीरे प्रारंभिक स्थिति में आएं।
- अब सांस को भीतर की ओर खींचे और हाथों को हिप्स पर रखें।
- धीरे-धीरे ऊपर की तरफ उठें और सामान्य होकर खड़े हो जाएं।

​वज्रासन

वज्रासन सबसे सरल आसन है। इस आसन को करने से आपके बालों की ग्रोथ और पतले झड़ते बालों की समस्या से छुटकारा मिलता है। दरअसल, वज्रासन की मदद से आप पेट में बनने वाली गैस को कम कर सकते हैं। यह आसन पेट और आंत में रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है और भोजन को पचाने में मदद करता है जिससे एसिडिटी, गैस और अपच जैसी समस्याएं नहीं होती। जिससे पोषक तत्व शरीर में आसानी से अवशोषित होने लगते हैं। इस आसन के इन्हीं गुणों की वजह से बाल घने लंबे और मोटे होने लगते हैं। आपको बता दें कि हाल ही में हुए अध्ययनों के मुताबिक खराब गट फ्लोरा की वजह से ही पहले बाल पतले होते हैं और फिर झड़ने लगते हैं। लेकिन वज्रासन करने से यह समस्या दूर हो सकती है।

करने का तरीका


- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले घुटनों को मोड़कर बैठ जाएं।
- अब अपने हाथों को जांघों पर आराम से रखें।
- आसन की मुद्रा में कमर और गर्दन को बिल्कुल सीधा रहनी चाहिए।
- इस मुद्रा में कम से कम 30 सेकंड तक बैठे रहें।
- मुद्रा में बैठे हुए गहरी और लंबी सांस लेते रहें।

बालासन

बालासन आपकी पेट संबंधित समस्याओं और तनाव से राहत दिलाने का कार्य करता है। यह पाचन प्रणाली को मजबूती प्रदान करता है साथ ही एसिडिटी से राहत देने में मदद करता है। अगर आपको भी अपने झड़ते बालों से राहत पानी है तो आप इस आसन को आजमा सकते हैं। इसके अलावा एंग्जाइटी की समस्या है तो भी यह आसन आपके लिए लाभदायक होता है। बालासन तनाव और थकान को कम करके कूल्हों, जांघों और टखनों को स्ट्रेच करता है। बालासन दिमाग़ को शांत करता है और तनाव और हल्के अवसाद से राहत देने में मदद करता है।

करने का तरीका


- बालासन करने के लिए अपनी योगा मैट या ज़मीन पर वज्रासन में बैठ जाएं।
- अब श्वास अंदर लेते हुए दोनो हाथों को सीधा सिर के उपर उठा लें। हथेलियाँ नहीं जोड़नी हैं।
- अब श्वास बाहर छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। ध्यान रहे कि कूल्हे के जोड़ों से झुकना है, ना कि कमर के जोड़ों से।
- तब तक आगे झुकते रहें जब तक की आपकी हथेलियाँ ज़मीन पर नहीं टिक जातीं। अब सिर को ज़मीन पर टीका लें।
- अब आप बालासन की मुद्रा में हैं पूरे शरीर को रिलॅक्स करिए और लंबी श्वास अंदर लें और बाहर छोड़ें।
- दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में सख्ती से जोड़ लें।
- इनके बीच में आपको सिर रख कर उसे सहारा देना है।
- अब सिर को दोनों हथेलियों के बीच में धीरे से रखें।
- सांस सामान्य रखें।
- 30 सेकेंड से 5 मिनिट तक बालासन में रह सकते हैं।

सर्वांगासन

इस आसन को शोल्डर स्टैंड पोजीशन भी कहते हैं। सर्वांगासन का अर्थ उसके नाम से ही समझ आने लगता है। एक ऐसा आसन जो सभी अंगों के लिए बना हो। यदि आप कसरत नहीं कर पाते हैं या योग करने के लिए भी ज्यादा समय आपके पास नहीं होता है तो दिन में एक बार सर्वांगासन का अभ्यास अवश्य करें। इसके अलावा यह बालों की ग्रोथ में भी एक अहम भूमिका निभाता है। दरअसल इस आसन को करने से सिर में रक्त का प्रवाह बेहतर होने लगता है। अगर आपके बाल रूखे और पतले हैं तो सर्वांगासन आपके लिए कहीं ज्यादा फायदेमंद रहेगा। शुरुआत में आप इसे दिवार के सहारे भी कर सकते हैं। प्रतिदिन अभ्यास करने पर यह एकदम उत्तम ढंग से होने लगेगा।

करने का तरीका

- सबसे पहले अपनी पीठ के बल लेट जाएँ। फिर अपने पैर, कूल्हे और कमर को उठाएँ।
- सारा भार अपने कन्धों पर ले लें। पीठ को अपने हाथों से सहारा दें ताकि संतुलन न बिगड़े।
- कोहनियों को जमीन पर टिकाते हुए और हाथों को कमर पर रखते हुए, अपनी कमर और पैरों को सीधा रखें।
- शरीर का पूरा भार कन्धों व हाथों के ऊपरी हिस्से पर होना लें।
- पैरों को सीधा रखें।
- पैरों की उंगलियों को नाक की सीध में ले आएं।
- लंबी गहरी साँस लें और 30 सेकण्ड तक आसन में रहें।

अधोमुख श्वानासन

इस आसन को अधोमुखी मुद्रा के नाम से भी जाना जाता है। अधोमुख श्वानासन मुख्य रूप से 3 शब्दों से मिलकर बना है। पहला शब्द है 'अधोमुख' जिसका अर्थ होता है नीचे की तरफ मुंह करना, जबकि दूसरा शब्द है 'श्वान' जिसका अर्थ कुत्ता होता है। तीसरा शब्द है 'आसन' जिसका अर्थ है बैठना। अगर आपने सूर्य नमस्कार किया है तो बता दें कि यह आसन उन्ही के 12 आसनों में से एक है। यह एक ट्रासिजनल आराम मुद्रा है। इस आसन के जरिए ऑक्सीजन उचित मात्रा में स्कैल्प तक पहुंचने लगता है। इस आसन की यही खूबी बालों के विकास में भी कारगर सिद्ध होती है। यही नहीं अधो मुखो संवासन के शारीरिक लाभ भी कई तरह के होते हैं।

करने का तरीका

- अधोमुख श्वानासन करने के लिए सबसे पहले आप जमीन पर एकदम सीधे खड़े हो जाएं।
- दोनों हाथों को आगे करते हुए नीचे जमीन की ओर झुक जाएं।
- झुकते समय आपके घुटने सीधे होने चाहिए।
- आपके दोनों हाथ कंधे के बराबर नहीं बल्कि इससे थोड़ा सा पहले झुका होना चाहिए।
- अब अपने हाथों की हथेलियों को झुकी हुई अवस्था में आगे की ओर फैलाएं और उंगलियां सीधी रखें।
- सांस छोड़ें और घुटनों को अधोमुख श्वानासन मुद्रा के लिए हल्का सा धनुष के आकार में मोड़ें।
- इसके बाद हाथों को पूरी तरह जमीन पर कंधों के नीचे से आगे की ओर फैलाए रखें।
- अब अपने घुटनों को जमीन पर थोड़ा और झुकाएं और कूल्हों को जितना संभव हो ऊपर उठाएं।
- ध्यान रखें कि सिर हल्का सा जमीन की ओर झुका होना चाहिए और पीठ के बराबर होना चाहिए।

कपालभाति

कपालभाती शब्द ही संस्कृत भाषा से लिया गया है। जिसमें कि कपाल का अर्थ होता है खोपड़ी और भाती का अर्थ होता है प्रकाश। कपालभाति योग एक ब्रीदिंग एक्सरसाइज है। इस एक्सरसाइज के जरिए व्यक्ति के सिर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। इसके अलावा यह सिर में ऑक्सीजन का प्रवाह भी बेहतर करता है। साथ ही यह फ्री रेडिकल्स से भी छुटकारा दिलाने का कार्य करता है। यही नहीं यह बालों को ग्रोथ में भी एक अहम भूमिका निभाता है। वहीं अगर आप तनाव या एंग्जाइटी से जूझ रहे हैं तो कपालभाति के फायदे आपको इस आसन में दिख जाएंगे।

करने का तरीका

- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले ध्यान मुद्रा में बैठ जाएं।
- इस दौरान आपकी कमर और गर्दन दोनो ही सीधे होंगे और आपके हाथ आपके घुटनों पर होंगे।
- इसके बाद आप धीरे-धीरे गहरी सांस ले और अपने पेट की मांसपेशियों को सिकोड़ते हुए सांस छोड़ें।
- इस आसन को एक या दो मिनट तक तक करते रहें।

ध्यान रहे अधिक जबरदस्ती खुद से बिल्कुल ना करें। जब आप आसन को करते रहेंगे तो प्रैक्टिस हो जाएगी और आप इसमें महारत हासिल कर लेंगे।