मस्सों की समस्या का अब होगा अंत, ये 6 ऑयल दिखाएंगे अपना कमाल, जानें इस्तेमाल का तरीका

आपने कई लोगों को देखा होगा जिनके शरीर के विभिन्न अंगों पर मस्से दिखाई देते हैं। ये मस्से सामान्यतया ऐसी जगह पर पनपते हैं जहां स्किन पर फोल्ड्स बन रहे होते हैं। हांलाकि मस्सों से कोई परेशानी नहीं होती हैं लेकिन त्वचा की सुंदरता को बढ़ाने के लिए लोग इनसे निजात पाना पसंद करते हैं। ऐसे में बाहरी ट्रीटमेंट से अच्छा हैं घर पर ही एसेंशियल ऑयल की मदद ली जाए। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे एसेंशियल ऑयल के इस्तेमाल की जानकारी देने जा रहे हैं जिनकी मदद से मस्सों की समस्या का अंत होगा और आपको त्वचा में निखार मिलेगा।

दालचीनी की छाल का तेल

दालचीनी में एंटीऑक्सीडेंट और रोगाणुरोधी यौगिक गुण पाए जाते हैं। इसे पारंपरिक रूप से चिकित्सीय उपयोगों में अलग-अलग रूप से इस्‍तेमाल किया जाता है। दालचीनी का तेल बेहद गुणकारी होता है और अगर इसे मस्‍सों पर लगाया जाए, तो वह निकल जाते हैं। इस तेल को सीधे तौर पर नहीं लगाना चाहिए, नहीं तो स्‍किन में जलन पैदा होने लगती है। दालचीनी को किसी अन्‍य एसेंशियल ऑयल के साथ ही मिक्‍स कर के लगाएं।

ओरिगैनो ऑयल

ओरिगैनो ऑयल खाने पीने की चीजों के साथ घरेलू उपचार के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। इस तेल में ऐंटिफंगल, एंटीऑक्सिडेंट और दर्द-निवारक गुण मौजूद होते हैं। ओरिगैनो का तेल मस्‍सों के उपचार के लिए भी बेहद सहायक है। दिन में एक बार इस तेल का उपयोग करके आप बेहतरीन रिजल्‍ट पा सकते हैं। गर्भवती महिलाओं को अजवायन के तेल का उपयोग नहीं करना चाहिए।

नीम का तेल

नीम के तेल का उपयोग सदियों से सौंदर्य उत्पादों और प्राकृतिक कीटनाशक के रूप में उपयोग किया जाता है। नीम का तेल कई ऐंटिफंगल और एंटीवायरल गुणों से युक्त होता है, जो मस्सों के इलाज में मदद कर सकता है। इस तेल को मस्‍सों पर लगाने से पहले किसी अन्‍य कैरियर ऑयल के साथ मिला लें और फिर मास्‍क के रूप में लगाएं।

टी-ट्री ऑयल

इस ऑयल में एंटी-माइक्रोबियल, एंटीसेप्टिक, एंटीवायरल और एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। यह त्वचा के लिए बिल्‍कुल सुरक्षित है, इसलिए इसका प्रयोग सौंदर्य उत्पादों जैसे, साबुन और शैंपू में किया जाता है। टी-ट्री ऑयल को सीधे मस्से पर लगाया जा सकता है। इसका उपयोग दिन में दो बार कुछ महीने तक करने से लाभ मिलता है।

लोबान का तेल

लोबान एक अत्यंत लोकप्रिय आवश्यक तेल है जिसका उपयोग अरोमाथेरेपी और घरेलू उपचार में किया जाता है। इसका धार्मिक और पारंपरिक अनुष्ठानों में एक अहम हिस्‍सा है। इसका उपयोग कई तरह की बीमारियों के लिए एक औषधीय उपचार के रूप में किया गया है। लोबान में कसैले, रोगाणुरोधी और घाव भरने वाले गुण हैं जो मस्‍से के इलाज में मदद कर सकते हैं। इसे उपयोग करने के लिए लोबान के तेल की कुछ बूंदे रूई पर डालें और फिर उसे मस्से पर रखें। उसके बाद इसे एक टेप से कवर कर लें। हफ्ते में दो बार ऐसा करने से मस्‍से से छुटकारा मिलेगा।

​लौंग का तेल

लौंग का तेल मस्‍से सहित कई बीमारियों के लिए एक औषधीय उपचार के रूप में किया जाता है। लौंग के तेल में एंटीसेप्टिक और एंटीवायरल प्रॉपर्टीज होती हैं, जो मस्‍से के इलाज के लिए जानी जाती हैं। इस तेल को प्रतिदिन दो बार मस्‍से पर लगाएं।