पति-पत्नी के बीच जब घर में नन्हा मेहमान आने वाला होता हैं तो घर का माहौल बहुत बदल जाता हैं। गर्भावस्था का यह समय महिलाओं के लिए चुनौतियों से भरा होता हैं जहां उन्हें अपनी सेहत के साथ ही मन को भी खुश रखना होता हैं। हार्मोनल बदलाव की वजह से कई बार मूड स्विंग्स और स्ट्रेस हावी हो जाता हैं। ऐसे में पति की जिम्मेदारी बनती हैं कि अपनी पत्नी का साथ दें और आ रही परेशानियों का मिलकर सामना करें। जरूरी है कि इस समय आप एक अच्छे पार्टनर बनें और उतार-चढ़ाव के इस समय को मिलकर हंसते-खेलते बिताएं। आज इस कड़ी में हम बताने जा रहे हैं कि किस तरह एक पति गर्भवती पत्नी का साथ दे सकता हैं।
अच्छा रिऐक्शन है जरूरीजब आपकी पत्नी आपको प्रेग्नेंट होने की जानकारी दे तो जरूरी है कि आप उसे एक प्यार भरा रिऐक्शन दें। उस स्थिति में भी जब आप बच्चा प्लान ना कर रहे हों। जी हां, यह जरूरी है। क्योंकि इस स्थिति में अगर आप नकारात्मकता का भाव चेहरे पर लाते हैं तो पत्नी का आत्मविश्वास गिर जाएगा और वो अपराधबोध से भर सकती है। जो इस स्थिति में उसके लिए बिल्कुल सही नहीं है।
भावनात्मक सपोर्ट जरूरीपति को चाहिए कि वह अपनी पत्नी को खुश रखने की कोशिश करे। इसके लिए कुछ ज्यादा करने की जरूरत नहीं है। बस छोटी-छोटी बातों में ख्याल रखें। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में काफी बदलाव होते हैं, ऐसे में उन्हें भावनात्मक सपोर्ट दें और घर के काम में भी उनका हाथ बंटाएं।
बदलते मूड में रहें साथइस समय शरीर में हॉर्मोंस के बदलाव के कारण मूड का अच्छा या बुरा होना आम बात है। पहली बार मां बनने वाली हैं तो कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस समय डिलीवरी को लेकर मन में कई तरह के ख्याल आते हैं। पति को पत्नी की इन परेशानियों के बारे में सोचकर पूरी तरह से स्पॉट करना चाहिए।
स्पेशल फील कराएं
प्रेगनेंसी के समय आपकी पत्नी कई तरह की समस्याओं से गुजर रही होती है। ऐसे में आप अगर उसे स्पेशल फील कराएंगे तो वो भी इस समय को एन्जॉय करने की कोशिश करेगी। आप अपनी पत्नी के लिए कभी चाय या डिनर में उसके लिए कुछ खास बना सकते हैं। आपकी ये चीजें उसे महसूस कराएंगी कि आप उसे कितना प्यार करते हैं। आप अपनी क्रिएटिविटी से पत्नी को काफी खुश रख सकते हैं। अगर आपको लिखने का शौक है तो पत्नी के लिए कुछ स्पेशल लिखें और उसे सुनाएं। इसके अलावा आप को सॉन्ग भी उसके लिए गुनगुना सकते हैं। ऐसे पल न सिर्फ खुशी देते हैं, बल्कि आपके बॉन्ड को भी बेहतर बनाते हैं।
उनका तनाव कम करेंगर्भावस्था के दौरान महिलाएं केवल शारीरिक रूप से ही प्रभावित नहीं होती हैं बल्कि मानसिक रूप से भी प्रभावित होती है। उन्हें स्ट्रेस की समस्या होना बेहद आम है। ऐसे में पत्नी को किसी भी तरह का अनावश्यक तनाव न दें। जब भी वह स्ट्रेस फील करें तो उनसे बात करें और उनकी हिम्मत बंधाएं। अपनी पत्नी को फिजिकल और मेंटल सपॉर्ट देने के लिए आप उन्हें कभी सिर की और कभी पैरों की मसाज दें। जब वह लेटें तो उनकी बैक पर हल्की मसाज दें।
अटेंशन देंये समय पत्नी को अटेंशन देने का होता है। इसलिए उसका खास खयाल रखें। अपने व्यवहार में उसके प्रति केयर को जाहिर करें और उसकी खास इच्छाओं को पूरा करें। अगर उसके शरीर में कोई दिक्कत है तो हल्की मसाज देकर उसे कंफर्टेबल महसूस कराएं। हर्बल टी से उन्हें मानसिक शांति मिलेगी। उनके लिए हर्बल टी बनाएं।
चेकअप के लिए जाएं साथइस हालत में पत्नी को नियमित चेकअप होते रहना चाहिए। ताकि कोई दिक्कत न आए। कोशिश करें कि जब भी पत्नी को डॉक्टर को दिखाना हो, आप भी साथ जरूर जाएं। इस हालत में पत्नी की मानसिक और भावनात्मक मजबूती के लिए यह जरूरी भी है।
समस्या को समझेंप्रेगनेंसी में कई बार मूड स्विंग्स होते हैं। ऐसे में कई बार वो बेवजह गुस्सा हो सकती है या उसे बेवजह रोने का मन कर सकता है। पत्नी की इस समस्या को समझने का प्रयास करें और बोलते समय भाषा का खास खयाल रखें। ऐसी स्थिति में आप उसे पेम्पर करेंगे तो उसे अच्छा महसूस होगा।
बातों को सुनेंआपकी पत्नी अगर आपसे कुछ कहना चाहती है तो उसे रोकें नहीं, उसकी बातों को ध्यान से सुनें। ऐसे में अगर उसके मन में किसी बात की नाराजगी होगी तो वो उसके जेहन से निकल जाएगी। साथ ही अगर वो अपने मन की कोई खास बात आपसे कहना चाहती है तो कहने के बाद संतुष्ट हो जाएगी।