गर्मियों में इन रूटीन वर्क्स पर दें ध्यान, चेहरा हमेशा दिखेगा फ्रेश

गर्मियों का मौसम जारी हैं जिसमें पसीने और धूल-मिट्टी की वजह से चेहरा एक समय के बाद मुरझा जाता है और आपके चहरे के आकर्षण में कमी आने लगती हैं। ऐसे में आपको जरूरत होती हैं कुछ ऐसे तरीकों को अपनाने की जो आपके चहरे को हमेशा फ्रेश दिखाएं। इसलिए आज इस कड़ी में हम आपके लिए रोजाना के रूटीन के कुछ ऐसे काम लेकर आए हैं जिनपर ध्यान देकर चेहरे को फ्रेश रखा जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।

टोनर

चेहरे की त्वचा को टाइट और स्किन पोर्स को कम करने के लिए टोनर का इस्तेमाल जरूर करें। एल्कोहल फ्री टोनर जैसे खीरा इस मौसम के लिए सबस अच्छा विकल्प है। टोनर बनाने के बहुत सारे तरीके मौजूद हैं जिनसे घर पर आसानी से इसे बनाया जा सकता है।

गर्म पानी से परहेज

गर्मियों के मौसम में तापमान बढ़ने की वजह से गर्म पानी से दूरी बनाकर ही रखनी चाहिए। नहाने या मुंह धोने के लिए ठंडे पानी का इस्तेमाल ही त्वचा को सुंदरता और गर्मी से राहत देगा। इस मौसम में ठंडे पानी से नहाने से त्वचा के रोमछिद्र बंद नहीं होते हैं। बहुत ज्यादा गर्म पानी सर्दी, गर्मी दोनों ही समय त्वचा को नुकसान पहुंचाता है इसीलिए नहाने के लिए कमरे के तापमान में रखा पानी ही ठीक होता है।

स्क्रब

गर्मियों में चेहरे पर पसीने और ऑइली स्किन की वजह से धूल-मिट्टी और गंदगी ज्यादा जमा हो जाती है। इसलिए जरूरी है कि रोजाना चेहरे को स्क्रब किया जाए। अच्छे क्वालिटी के स्क्रब को सप्ताह में एक बार चेहरे की गंदगी साफ करने के लिए जरूर इस्तेमाल करना चाहिए। इससे त्वचा पर जमे डेड सेल्स भी हट जाते हैं और निखार नजर आने लगता है।

फेसवॉश

गर्मियों में अगर एक्ने और मुंहासे वगैरह परेशान करते हैं तो जेल बेस्ड फेसवॉश का इस्तेमाल करें। इससे चेहरे को साफ करने से तरोताजगी का अनुभव होगा। गर्मियों के मौसम में स्किन चिपचिपी सी हो जाती है इसलिए सिलिक एसिड वाले फेसवॉश त्वचा के लिए बेस्ट होते हैं।

सीरम

आप चाहे तो गर्मियों में मॉइश्चराइजर की जगह पर सीरम का इस्तेमाल कर सकती हैं। क्योंकि ये हर तरह की स्किन के लिए परफेक्ट होता है। साथ ही इसमें मौजूद एंटी-पॉल्यूशन तत्व त्वचा को फायदा पहुंचाते हैं। सर्दियों के मौसम वाले मॉइश्चराइजर का प्रयोग गर्मियों में नहीं करना चाहिए क्योंकि इनमें मॉइश्चर ज्यादा होता है जबकि गर्मियों के मौसम में मॉइश्चर से ज्यादा सन प्रोटेक्श की जरूरत होती है।