उम्र बढ़ने के साथ स्किन पर आने लगते हैं डार्क स्पॉट्स और पिगमेंटेशन, ये गलतियां बनती हैं बड़ी वजह

चेहरे का आकर्षण तभी अच्छा दिखता हैं जब त्वचा बेदाग़ और निखरी हुई हो। लेकिन उम्र बढ़ने के साथ देखने को मिलता हैं कि स्किन पर डार्क स्पॉट्स और पिगमेंटेशन आने लगते हैं। ये आपकी खूबसूरती को तो कम करते ही हैं, स्किन की क्वालिटी भी खराब कर देते हैं। स्किन पर डार्क स्पॉट होना एक बहुत ही चिंताजनक स्थिति होती है। कई लोगों को इसकी वजह से निराशा महसूस होती है। अगर आप अपनी लाइफ स्टाइल में कुछ गलतियों को करने से बचें तो आप स्किन की इन समस्याओं से भी बच सकते हैं। जी हां, जीवनशैली की ऐसी कई आदते हैं जो त्वचा को प्रभावित करती हैं और उन्हीं की वजह से स्किन पर डार्क स्पॉट्स और पिगमेंटेशन आने लगते हैं। आइये जानते हैं इन गलतियों के बारे में जिनमे है सुधार की जरूरत।

घर की रौशनी

कई बार लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होती है कि जिस फ्लोरोसेंट लाइट से वो बहुत ज्यादा एक्सपोज हो रहे हैं वो स्किन के लिए कितनी नुकसानदेह हो सकती है। लैपटॉप, टैबलेट, फोन स्क्रीन, घर के अंदर लगो फ्लोरोसेंट बल्ब्स आदि स्किन के हाइपरपिगमेंटेशन को ज्यादा उभारते हैं। आजकल लोग वर्क फ्रॉम होम के कारण बिलकुल ही बाहर की रौशनी से दूर हो गए हैं और ये बहुत गलत है।

जरूरत से ज्यादा एक्सफोलिएट करना

चेहरे की डेड स्किन को निकालने के लिए एक्सफोलिएशन जरूरी है, लेकिन अगर आप ज़रूरत से ज्यादा एक्सफोलिएट कर रहे हैं तो यह आपको नुकसान भी पहुंचा सकता है। सेंसेटिव स्किन के एक्सफोलिएशन में खास ध्यान रखने की जरूरत पड़ती है। एक्सपर्ट्स की मानें तो ड्राई स्किन के लिये हफ्ते में दो बार और ऑयली स्किन के लिए हफ्ते में 1 बार एक्सफोलिएशन काफी है।

सूर्य के कॉन्टैक्ट में आना

सूर्य की हानिकारक UV किरणों के कॉन्टैक्ट में आने से स्किन के अलग-अलग हिस्सों पर काले धब्बे या डार्क स्पॉट हो जाते हैं। सूरज से होने वाले नुकसान से बचने के लिए यह जरूरी है कि घर के अंदर भी सनस्क्रीन लगाया जाए।

बिना चेहरा धोए सोना

रात में नींद के आगे आलस जरूर आता है लेकिन चेहरा धोए बिना सोना आपकी स्किन के लिए बुरा साबित होता है। बिना चेहरा धोए सोने पर आप अपनी त्वचा पर बीते दिन की गंदगी और धूल-मिट्टी छोड़ देते हैं। ऐसे में चेहरे की सही तरह से सफाई ना की जाए तो यह गंदगी ब्रेकआउट्स और पिंपल्स का कारण बनती है।

एक्ने को फोड़ना

अब चलिए मान भी लीजिए, ये गलती अक्सर हम करते हैं। मैंने भी की है और कई ऐसे लोगों के बारे में जानती हूं जो ये करते हैं। अपने एक्ने को फोड़ना, दानों को हटाने की कोशिश करना, पस निकालना आदि सब कुछ बहुत ही खराब है और ये गलती 90% लोग करते ही हैं। कुछ लोगों में ये हाइपरपिगमेंटेशन की समस्या को बढ़ा देता है और उनके चेहरे में, गालों पर, माथे पर अलग-अलग जगहों में डार्क स्पॉट्स हो जाते हैं।

सनस्क्रीन का इस्तेमाल न करना

सनस्क्रीन आपकी स्किन को यूवी रेज से बचा कर रखती है। यही नहीं, यह घर के अंदर की लाइट से भी आपको बचा सकती है। ऐसे में आप जिस तरह मॉश्चराइजर का प्रयोग करते हैं वैसे ही सनस्क्रीन के इस्तेमाल की आदत भी डालें।

स्ट्रेस मैनेज ना करना

आप कितनी ही अच्छी और महंगी क्रीम लगा लें लेकिन जबतक अंदरूनी रूप से आपका शरीर अच्छा नहीं दिखेगा तबतक त्वचा बाहरी रूप से भी साफ और निखरी नजर नहीं आएगी। स्ट्रेस के कारण शरीर में हार्मोनल बदलाव हो सकते हैं जो त्वचा पर दाग-धब्बों के रूप में नजर आ सकते हैं।

एसिडिक प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल बहुत करना

अगर आप अपनी स्किन पर डार्क स्पॉट्स आदि की समस्या से परेशान हैं तो हो सकता है कि इसका कारण बहुत ज्यादा रेटिनॉइक या हाइड्रोक्यूनोन एसिड वाले प्रोडक्ट्स भी हो सकते हैं। ये स्किन कॉन्सनट्रेशन को खराब भी कर सकता है और इससे स्किन पर हाइपरपिगमेंटेशन बढ़ सकता है।