डाइट में शामिल करें ये कोलेजन बूस्टिंग 11 सुपरफूड्स, त्वचा की करेंगे सुरक्षा

गर्मी में आमतौर पर धूल और गन्दगी के कारण त्वचा संबंधी परेशानियां अधिक बढ़ जाती हैं। गर्मियों के मौसम में अत्यधिक पसीना आने की वजह से धूल के कण व अन्य प्रदूषक त्वचा में चिपकते हैं, जो कई परेशानियों का कारण बनते हैं। ऐसे में अगर आप तमाम ब्यूटी प्रोडक्ट और घरेलू नुस्खों के इस्तेमाल के बाद भी कोई सुधार नजर नहीं आ रहा, तो आपके शरीर में कोलेजन की कमी हो सकती है।

आपको बता दे, कोलेजन एक प्रकार का नेचुरल प्रोटीन है, जो शरीर में प्राकृतिक रूप से मौजूद होता है। यह केवल त्वचा को ही नहीं बल्कि बोन, हेयर, मसल्स, टेंडॉन्स और लिगामेंट्स के लिए बिल्डिंग ब्लॉक की तरह काम करता है। धूम्रपान की लत, सूरज की हानिकारक किरणें, हाई शुगर फूड्स और बाहरी प्रदूषण यह सभी कोलेजन के उत्पादन को प्रभावित करती हैं। जिसकी वजह से त्वचा संबंधी तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हालाकि, कुछ खाद्य पदार्थों के सेवन से शरीर में कोलेजन के उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है।

तो आइये जानते हैं ऐसे ही 11 खाद्य पदार्थों के बारे में जो कोलेजन प्रोडक्शन में आपकी मदद करेंगे और त्वचा को सन प्रोटेक्शन देने के साथ ही समग्र सेहत को बनाये रखने में आपकी मदद करेंगे।

चिकन

चिकन उन खाद्य पदार्थों में से एक है जिनमें सबसे अधिक मात्रा में कोलेजन पाया जाता है। एक पूरे चिकन में पर्याप्त मात्रा में कनेक्टिव टिश्यू मौजूद होता है, जिससे कोलेजन प्राप्त किया जा सकता है। इसकी ऊतक की संयोजी संरचना के कारण इसे स्टेक रूप में खाने की सलाह दी जाती है।

मछली

मछली को कोलेजन का बेहतरीन स्रोत माना जाता है। खारे और ताजे दोनों ही पानी की मछलियों में अमीनो एसिड की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। एमिनो एसिड शरीर में कोलेजन प्रोडक्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। मछलियों की हड्डी एवं लिगामेंट में कोलेजन की भरपूर मात्रा पाई जाती है। साथ ही मछली के हेड, आईबॉल और स्कल्स में सबसे ज्यादा कोलेजन मौजूद होता है।

आंवला

आंवला एक सुपर फ़ूड है और इसमें विटामिन सी की भरपूर मात्रा मौजूद होती है जो एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करते हुए त्वचा की सेहत की सेहत का ख्याल रखती है। इसके साथ ही यह मेटाबोलिज्म को बढ़ावा देता है और इम्युनिटी बूस्टर के रूप में काम करता है।

टमाटर

टमाटर में पॉवरफुल एंटीऑक्सिडेंट लाइकोपीन पाया जाता है। यह हमारी त्वचा की खतरनाक अल्ट्रावायोलेट किरणों से सुरक्षा करता है। क्योंकि ये किरणें इतनी खतरनाक होती हैं कि त्वचा को डैमेज कर देती हैं। इनके कारण स्किन पर पिगमेंटेशन, फाइन लाइन्स और झुर्रियां आ जाती हैं। इन किरणों से टमाटर त्वचा को बचाता है और डैमेज स्किन को हील भी करता है। आप चाहें तो टमाटर खाने के साथ इसे फेस पर भी लगा सकते हैं।

बीन्स

बीन्स हमारी त्वचा की चमक बरकरार रखने में काफी मददगार होता है। अमीनो एसिड से युक्त बीन्स में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाई जाती है। इससे कोलेजन को सिंथेसिस होने में हेल्प होती है। बीन्स में कॉपर सेल्स को रीजेनरेट और कोलेजन प्रोडक्शन को बूस्ट करने की भी पॉवर होती है।

दूध

दूध, दही, पनीर, मख्खन और अन्य डेयरी उत्पादों में जिंक भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जिंक एक ऐसा मिनिरल है जो शरीर में कोलेजन के उत्पादन को बढ़वा देता है। शरीर में कोलेजन की एक उचित मात्रा बनाये रखने के लिए डेयरी प्रोडक्ट्स को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।

दाल

दाल सुपर हेल्दी होती है। दाल में कॉपर, मैंगनीज सहित कई आवश्यक पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा मौजूद होती है। कॉपर और मैंगनीज दोनों ही कोलेजन के उत्पादन के लिए आवश्यक एंजाइम को एक्टिव करने में मुख्य भूमिका निभाते हैं।

खट्टे फल

शरीर में विटामिन सी की कमी कोलेजन के उत्पादन को कम कर देती हैं। इसलिए, शरीर में विटामिन सी की पर्याप्त मात्रा होना बेहद जरुरी है। संतरा, अंगूर, नींबू जैसे खट्टे फल विटामिन सी से भरपूर होते हैं। उचित परिणाम के लिए नियमित रूप से इन फलों का सेवन करें।

एवोकाडो

एवोकाडो त्वचा को खूबसूरत बनाए रखने में भी मदद करता है। एवोकाडो में ओमेगा 3 फैटी एसिड्स, विटामिन ए, बी, के, ई और अन्य एंटी-ऑक्सिडेंट्स होते हैं जो इसे स्वस्थ त्वचा के लिए बेहद जरूरी हैं। बेदाग और खूबसूरत त्वचा पाने के लिए एवोकाडो का इस्तेमाल किया जा सकता है। आप इसे अपनी डेली डाइट में शामिल कर सकते हैं या फिर इसका पल्प निकालकर सीधे स्किन पर लगा सकते हैं।

काजू

काजू में जिंक और कॉपर की भरपूर मात्रा पाई जाती है, यह दोनों पोषक तत्व शरीर में कोलेजन बनाने की क्षमता को बढ़ा देते हैं। उचित परिणाम के लिए नियमित रूप से एक मुठ्ठी काजू खाएं।

एग व्हाइट

एग व्हाइट में प्रोलिन की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है, जो कोलेजन उत्पादन के लिए आवश्यक अमीनो एसिड में से एक हैं। ऐसे में इसका नियमित रूप से सेवन सेहत के लिए अलग-अलग रूपों में फायदेमंद होता है।