भृंगराज तेल : बालों की समस्याओं से दिलाएगा निजात, इस तरह करें उपयोग

भृंगराज एक बेहद लोकप्रिय आयुर्वेदिक औषधि है। प्राचीन काल से ही बालों और स्कैल्प की त्वचा को सेहतमंद रखने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता रहा है। आयुर्वेद में इसे केशराज कहा जाता है यानी बालों का राजा। इस जादुई हर्ब को फ़ॉल्स डेज़ी नाम से भी जाना जाता है। यह सूर्यमुखी परिवार से संबंधित है।

इसे भारत, थाईलैंड, नेपाल और ब्राज़ील जैसे आर्द्र व उष्ण कटिबंधीय इलाक़ों में उगाया जाता है। भृंगराज तेल में भृंगराज के पौधे (इक्लिप्टा एल्बा) के सत्व और प्राकृतिक कैरियर ऑयल (आमतौर पर तिल या नारियल का तेल) का कॉम्बिनेशन होता है।

डैंड्रफ़ पर बेहद प्रभावी है भृंगराज तेल

भृंगराज तेल में एक विशेष गुण पाया जाता है। ये बेहद गाढ़ा होता है और आसानी से स्किन में समा जाता है। इसका सीधा सा मतलब है कि यह सर की त्वचा (स्कैल्प) में आसानी से प्रवेश कर सकता है और स्कैल्प की ड्रायनेस को दूर करने में मदद करता है। रूखे-सूखे बालों के लिए भृंगराज तेल को अपने स्कैल्प पर रगड़ें। पांच मिनट के लिए गर्म पानी में भिगोकर निचोड़ा हुआ तौलिया लपेट लें। 5 मिनट बाद थोड़ा तेल फिर से लगाएं और मालिश करें।

मालिश से ये तेल बालों की जड़ों तक समा जाता है। ये सीबम को उत्पादन करने वाली ग्रंथियों को सक्रिय करने में मदद करता है। रूसी से छुटकारा पाने के लिए गर्म तेल का उपयोग करें और इसे रातभर छोड़ दें। अगली सुबह अपने बालों पर थोड़ा-सा नींबू का रस लगाएं। बाद में सिर को गुनगुने पानी से धो डालें।

गंजापन रोकने में सक्षम है यह तेल

इस तेल के उपयोग से बालों की जड़ों में रक्त संचार का प्रवाह तेज होकर हेयर ग्रोथ को बढ़ाने में मदद करता है। बालों को झड़ने से रोकता है। भृंगराज तेल को ठंडक पहुंचाने वाले गुणों के लिए भी जाना जाता है। यह तनाव के कारण बालों के झड़ने की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है। भृंगराज तेल बालों की जड़ों को मज़बूत बनाने में मदद करता है।

हेयर ग्रोथ में मदद करता है। यह बालों की जड़ों को सक्रिय करता है, इससे बालों की ग्रोथ बढ़ती है। तेल को बालों और स्कैल्प में लगाने के बाद गोलाई में 10 मिनट तक मसाज करें। इसके बाद, बालों को कम से कम 1 घंटे के लिए छोड़ दें फिर धो लें।

बालों को सफेद होने से रोकता है यह तेल

भृंगराज तेल आपके बालों के प्राकृतिक रंग को बनाए रखने में मदद करता है। उसके साथ आंवले का उपयोग भी तेल में होता है। तेल से सोने से पहले अपने स्कैल्प पर मसाज करें। इसे रातभर छोड़ दें और फिर सुबह धो डालें। यह बालों को समय से पहले सफेद होने से रोकने में मदद करता है।

इसे आयुर्वेदिक औषधि भी कहा जाता है। यह बालों को चमकदार बनाता है। ये दोमुंहे बालों की समस्या से छुटकारा भी दिलाता है। नारियल के तेल, आंवला और शिकाकाई के साथ भृंगराज तेल को मिलाकर बेहतरीन और पौष्टिक हेयर कंडीशनर भी बनाया जा सकता है।

कुल मिलाकर यह एक अनमोल ख़ज़ाना है, जो भारत में युगों से उपयोग किया जा रहा है... तो आप भी अपने बालों की समस्याओं को दूर करने के लिए इसका इस्तेमाल करना शुरू कर दें।