बचना चाहते है केमिकल वाले ब्यूटी प्रोडक्ट्स से, आजमाए ये प्राचीन आयुर्वेदिक तरीके

वर्तमान समय में देखा जा रहा है कि महिलाऐं अपनी खूबसूरती को पाने के लिए बाजार में उपस्थित ऐसे ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना पसंद करती हैं जो प्राचीन समय के आयुर्वेद पद्धति पर आधारित हो। हांलाकि कई ऐसे प्रोडक्ट्स हैं जो आयुर्वेद पर निर्भर हैं लेकिन उनमें केमिकल पाया जाता हैं जो त्वचा को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं। इसलिए आज हम आपके लिए आयुर्वेद के वो प्राचीन तरीके लेकर आए हैं जो आपकी खूबसूरती को बरकरार रखेंगे और ब्यूटी प्रोडक्ट्स में भी ये ही तरीके आजमाए जाते हैं। तो आइये जानते हैं इन आयुर्वेदिक नुस्खों के बारे में।

हल्दी (Turmeric)
भारत में हल्दी का इस्तेमाल आयुर्वेदिक औषधि के रूप में सदियो सो होता आ रहा है। खाने के साथ-साथ इसका यूज दूध में भी किया जाता है, जो ना सिर्फ बीमारियों से बचाता है बल्कि इससे स्किन भी ग्लोइंग होती है। इसका पैक बनाकर लगाने से मुहांसे, पिंपल्स और एंटी-एजिंग जैसी ब्यूटी प्रॉब्लम्स भी दूर रहती है।

एसेंशियल रोज वॉटर (Essence of Rose)
गुलाब एक क्लासिक सामग्री है, जिसका सदियों से यूज किया जा रहा है। दो हजार साल पहले महिलाएं अपनी खूबसूरती को बरकरार रखने के लिए शुद्ध गुलाब जल का यूज किया करती थी। मार्कीट में मिलने वाले एसेंशियल रोज वॉटर में विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं, जो त्वचा को मॉइश्चराइज करता है।

हीट ट्रीटमेंट (Heat Treatments)
फिनलैंड में खूबसूरती बरकरार रखने के लिए हीट ट्रीटमेंट अपनाया जाता है। इसमें कोयल्स द्वारा गर्म किए पानी में बाथ दिया जाता है, जिसमें सौना से नमक गुफाओं और इन्फ्रा-रेड रूम तक फेमस है। इन कमरों का तापमान करीब 70, 80 या 90 डिग्री सेल्सियस तक होता है। इससे आप गर्मियों में होने वाली स्किन समस्याओं से भी बचे रहते हैं।