मॉनसून का सीजन जारी हैं जहां बरसात के कारण स्किन को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ जाता हैं। इन दिनों बहुत आसानी से स्किन रैशेज, कील-मुंहासे आदि स्किन की प्रॉब्लम हो जाती है। पिंपल्स, एक्ने या मुंहासे स्किन इन्फ्लेमेशन की समस्या के कारण होते हैं, जो आमतौर पर चेहरे को प्रभावित करते हैं। ऐसे में आपको यह समझने की जरूरत हैं कि हमारे खाने की आदतें हमारी त्वचा को भी प्रभावित कर सकती हैं। गलत खानपान से मुंहासे निकलने का खतरा बढ़ सकता है। मुंहासों को रोकने के लिए आपको कुछ खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। हम आपको यहां उन्हीं आहार के बारे में बताने जा रहे हैं जो मुंहासों का कारण बनते हैं।
दही आमतौर पर दही स्वास्थ्य के लिए काफी उपयोगी और लाभकारी मानी जाती है। गर्मियों के दिनों में ज्यादातर घरों में दही खूब खाई जाती है। लेकिन, दही खाने से एक्ने की समस्या हो सकती है। असल में दही के सेवन से पित्त-कफ में बढ़ोत्तरी हो सकती है, जो एक्ने का कारण हो सकते हैं।
चॉकलेटचॉकलेट हमारी गो-टू स्वीट है! लेकिन यह आपके लिए चिंता का विषय हो सकता है, क्योंकि बहुत अधिक चॉकलेट खाने से मुंहासों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि चॉकलेट कोको, दूध और चीनी से भरी हुई हैं, जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली में हस्तक्षेप कर सकती हैं और परिणामस्वरूप, पिंपल्स का कारण बन सकती हैं।
कॉफी ज्यादातर कामकाजी वर्ग कॉफी का सेवन करना पसंद करते हैं। कॉफी पीने से लोगों को लगता है कि वे एनर्जेटिक फील करते हैं और काम करने की क्षमता बेहतर होती है। वहीं, आयुर्वेद के अनुसार, ज्यादा मात्रा में कॉफी पीना सही नहीं होता है। इसमें ऊष्ण वीर्य तत्व होते हैं यानी इसमें हीटिंग प्रॉपर्टी होती है, जो कि पित्त को बढ़ाने का काम कर सकता है, जो एक्ने का कारण बन सकते हैं।
चीनीचीनी, जिसका सेवन हम अपने घरों में परिष्कृत सफेद चीनी के रूप में और अन्य रूपों जैसे सोडा, टेट्रा पैक जूस, शहद आदि में करते हैं, परिष्कृत कार्ब्स से भरपूर होती हैं। ये रक्तप्रवाह में तेजी से अवशोषित हो जाते हैं, जिससे आपका शर्करा स्तर बढ़ जाता है। इंसुलिन के स्तर में वृद्धि से अतिरिक्त शर्करा भी आपकी कोशिकाओं में चली जाती है, जो बदले में मुँहासे का कारण बनती है।
उड़द दालउड़द दाल के सेवन से पित्त कफ में बढ़ोत्तरी हो सकती है, जो कि एक्ने का मुख्य कारण हो सकता है। इसलिए, अगर आपको काफी ज्यादा एक्ने की प्रॉब्लम रहती है, तो बेहतर है कि इन दिनों उड़द की दाल का सेवन न करें।
परिष्कृत अनाजपरिष्कृत अनाज या परिष्कृत सफेद आटा आमतौर पर ब्रेड, पास्ता, अनाज और चावल के नूडल्स में पाया जाता है। इनमें उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है और यह रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाता है। इंसुलिन एण्ड्रोजन हार्मोन को अधिक सक्रिय बनाता है, जिससे कोशिका वृद्धि और सीबम का उत्पादन तेजी से होता है - जिससे मुँहासे होते हैं।
फास्ट फूड्स मुँहासे को बढ़ाने में फास्ट फूड का अधिक सेवन करना भी शामिल है। फास्ट फूड पूरी तरह से फैट, रिफाइंड कार्ब्स और कैलोरी से भरे होते हैं। फास्ट फूड जैसे बर्गर, पिज्जा, नगेट्स, हॉट डॉग, मिल्कशेक, सोडा, आदि मुँहासे के विकास को बढ़ा सकते हैं। अध्ययनों से पता चला है कि इन फास्ट फूड के सेवन से मुँहासे के विकास में 24% की वृद्धि हो सकती है।