आपको जल्दी बूढ़ा नहीं होनें देंगे ये आहार, आज से ही शुरू करें इनका सेवन

उम्र बढ़ने के साथ ही बालों में सफेदी, त्वचा का मुरझाना या झुर्रियां आना जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं। अपनी बढ़ती उम्र को हर कोई छिपाना चाहता है और इसके लिए कई जतन भी करता हैं। हालांकि उम्र बढ़ना एक नेचुरल प्रोसेस है जिसे आप रोक नहीं सकते हैं, लेकिन कुछ चीजों की मदद से स्किन पर दिखने वाले एजिंग साइन्स को धीमा कर सकते हैं। यदि लंबे समय तक आपको खुद को जवां बनाकर रखना है तो आपको अपनी डाइट को बेहतर बनाना होगा। आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में में बताने जा रहे हैं जिनमें केराटिन की मात्रा काफी ज्यादा होती है। इन सभी चीजों का रोजाना सेवन करने से झुर्रियां और फाइन लाइन कम होती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको ऐसे ही आहार के बारे में बताने जा रहे हैं जो स्किन के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। आइये जानते हैं इन आहार के बारे में...

सूरजमुखी के बीज

सूरजमुखी के बीज काफी स्वादिष्ट और पौष्टिक होते हैं जो केराटिन के उत्पादन को बढ़ाते हैं। यह बीज बालों को मजबूत और कडीशन करते हैं। सूरजमुखी के बीजों में पैंटोथेनिक एसिड, सेलेनियम, कॉपर और विटामिन ई होता है। इन बीजों का सेवन आप खाने या भी ड्रिंक्स में डालकर कर सकते हैं।

मछली

कुछ फैटी मछली खाने से उम्र भर स्वस्थ रहने में मदद मिल सकती है। मछली में ओमेगा -3 एसिड होता है, जो सेहत के लिए बहुत जरूरी है। कई अध्ययनों से पता चलता है कि ये हेल्दी फैट हृदय रोग और दिल के दौरे के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। 2008 के न्यूरोलॉजी अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने पाया कि बूढ़े लोग जो सप्ताह में कम से कम तीन बार ओमेगा-3 युक्त मछली खाते हैं, उन लोगों की तुलना में स्ट्रोक और डिमेंशिया से जुड़े मस्तिष्क घावों का लगभग 26 प्रतिशत कम जोखिम था, जो नियमित रूप से मछली नहीं खाते थे।

अंडे

शरीर में केराटिन के उत्पादन के लिए अंडे खाना एक नेचुरल तरीका है। केराटिन के उत्पादन के लिए बायोटिन की खास जरूरत होती है ऐसे में अंडा बायोटिन का एक अच्छा सोर्स है जिससे केराटिन का निर्माण होता है। एक बड़े अंडे में 6 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है जो केराटिन के निर्माण को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा, अंडे में विटामिन ए और बी12, राइबोफ्लेविन, सेलेनियम जैसे घटक भी पाए जाते हैं।

लहसुन

लहसुन में एन-एसिटाइलसिस्टीन नाम का एक प्लांट बेस्ड एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो बालों की कोशिकाओं को सूरज के डैमेज से बचाता है और हेल्दी बालों के विकास को प्रोत्साहित करता है। केराटिन में एल-सिस्टीन नाम का एक अमीनो एसिड मौजूद होता है। इसका निर्माण तब होता है जब इसे निगला जाता है। इसके अलावा, लहसुन में विटामिन सी, बी6 , मैंगनीज और कई तरह के मिनरल्स पाए जाते हैं।

रेड मीट

एक्सपर्ट हफ्ते में सिर्फ एक बार लाल मांस खाने की सलाह देते हैं। इसमें सैचुरेटेड फैट होता है, जो धमनियों को जाम कर सकता है, जिससे हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है। यह कैंसर के खतरे को भी बढ़ा सकता है। एक अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों ने सबसे अधिक मात्रा में रेड मीट का सेवन किया, उनमें कम खाने वालों की तुलना में कुछ कैंसर विकसित होने का जोखिम 20 से 60 प्रतिशत अधिक था।

टमाटर

टमाटर को खाना भी चाहिए और स्किन पर लगाना भी चाहिए। टमाटर में लाइकोपीन पाया जाता है जो त्वचा के लिए काफी अच्छा माना जाता है। ये आपके शरीर को बढ़ती उम्र से बचाता है। इसलिए इसे रोजाना सलाद के रूप में खाएं और स्किन पर घिसकर इस्तेमाल करें।

शकरकंद

शकरकंद में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिस कारण इसे सुपरफूड कहा जाता है। इसमें बीटा-कैरोटीन, एक प्रकार का प्रोविटामिन ए शामिल है। यह केराटिन बनाता है और जब शरीर इस केराटिन का इस्तेमाल कर लेता है तो यह विटामिन ए में बदल जाता है। जिससे आपके बाल काफी हेल्दी बनते हैं। शकरकंद को नॉर्मल आलू की तुलना में काफी ज्यादा फायदेमंद माना जाता है।

ब्लूबेरीज

ब्लूबेरी खाने में जितनी ज्यादा स्वादिष्ट होती हैं, उससे कहीं ज्यादा यह हमारी सेहत को लाभ पहुंचाती हैं। आपको बता दें कि ब्लूबेरीज में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो वजन कम करने या उम्र के बाद कोशिकाओं को होने वाले नुकसान से बचा सकते हैं। आपको बता दें साल 2012 में हुई एक रिसर्च और 2020 में कई गई समीक्षा के मुताबिक ब्लूबेरी के सेवन से संज्ञानात्मक गिरावट को थोड़ा दूर धकेला जा सकता है। साथ ही ब्लूबेरी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण बड़े बुजुर्गों के संज्ञानात्मक गिरावट को भी कम करने में मदद कर सकते हैं।

गाजर

गाजर में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के और विटामिन बी-8, पैंटोथेनिक एसिड, फोलेट, पोटैशियम, आयरन, तांबा और मैंगनीज और कई तरह के मिनरल्स और विटामिन पाए जाते हैं। गाजर में काफी मात्रा में फाइबर और बीटा-कैरोटीन पाया जाता है। जो सूरज की हानिकारक अल्ट्रावॉइलेट किरणों से त्वचा की रक्षा करता है और डैमेज स्किन को सही करने में मदद करता है।