लोहड़ी का पर्व हैं बहुत खास, जानें पूजन की सामग्री और पूर्ण विधि

आने वाले दिनों में मकर संक्रांति से एक दिन पहले 13 जनवरी यानी कि बुधवार को लोहड़ी का पावन पर्व मनाया जाना हैं। मुहूर्त और शुभ समय के चलते कई बार यह कुछ जगहों पर 13 जनवरी तो कुछ जगहों पर 14 जनवरी को मनाई जाती है। लोहड़ी का पर्व नई फसल के आगमन और सर्दियों की समाप्ति का प्रतीक माना जाता है। लोहड़ी के दिन अग्नि के चारों ओर परिक्रमा कर आशीर्वाद लिया जाता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको लोहड़ी के दिन की जाने वाली पूजन की सामग्री और पूर्ण विधि के साथ इसके महत्व के बारे में जानकारी देने जा रहे है ताकि आपको पूर्ण लाभ मिल सकें।

लोहड़ी पर्व पूजा व‍िध‍ि और पूजन सामग्री

लोहड़ी का पर्व देश में कई जगहों पर मनाया जाता है। इसे दिन श्रीकृष्‍ण, आदिशक्ति और अग्निदेव की विशेषतौर पर पूजा की जाती है। लोहड़ी के दिन घर में पश्चिम दिशा में आदिशक्ति की प्रतिमा या फिर चित्र स्‍थापित करें और सरसों के तेल का दीपक जलाएं। इसके बाद प्रतिमा पर सिंदूर और बेलपत्र चढ़ाएं। भोग में प्रभु को तिल के लड्डू चढ़ाएं। इसके बाद सूखा नारियल लेकर उसमें कपूर डालें। अग्नि जलाकार उसमें तिल का लड्डू, मक्‍का और मूंगफली अर्पित करें फिर इसकी 7 या 11 बार परिक्रमा करें।

कई जगहों पर ऐसे भी मनाते हैं लोहड़ी

लोहड़ी पर्व के द‍िन कई जगहों पर आद्धशक्ति, श्रीकृष्‍ण व अग्निदेव की व‍िशेष पूजा क‍िए जाने का व‍िधान है। इसमें घर में पश्चिम द‍िशा में पश्चिममुखी होकर महादेवी का च‍ित्र स्‍थाप‍ित करके उनकी पूजा की जाती है। इसमें महादेवी के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाकर, सिंदूर-बेलपत्र अर्पित क‍िया जाता है। इसके बाद देवी मां को रेवड़‍ियों का भोग लगाया जाता है। भोग अर्पित करने के बाद सूखा नार‍ियल, कपूर, मूंगफली और मक्‍का एक साथ लेकर अग्नि में डालकर उसकी सात बार पर‍िक्रमा की जाती है। मान्‍यता है क‍ि ऐसा करने से महादेवी की कृपा जातक पर पूरे वर्ष बनी रहती है। साथ ही कभी भी धन-धान्‍य की कमी नहीं होती।

घर की नई दुलहन के ल‍िए खास होती है लोहड़ी

लोहड़ी यूं तो सभी के लिए खास पर्व होता है। लेकिन न्‍यूलीवेड कपल के लिए यह बेहद खास होता है। क्‍योंकि इस दिन घर की नई बहु को फिर से दुलहन की तरह तैयार किया जाता है। इसके बाद वह अपने पूरे परिवार के साथ लोहड़ी के पर्व में शामिल होती हैं। साथ ही लोहड़ी की परिक्रमा करके बड़े-बुजुर्गों से अपने शादी-शुदा जीवन के खुशहाल बने रहने का आशीर्वाद प्राप्‍त करती हैं।

लोहड़ी के द‍िन बनते हैं ये व‍िशेष पकवान

लोहड़ी पर्व अत्‍यंत महत्‍वपूर्ण पर्वों में से एक है। इस द‍िन विशेष पकवान बनाए जाते हैं। इसमें गजक, रेवड़ी, मुंगफली, तिल-गुड़ के लड्डू, मक्का की रोटी और सरसों का साग प्रमुख होते हैं। लोहड़ी से कुछ दिन पहले से ही छोटे बच्चे लोहड़ी के गीत गाकर लोहड़ी हेतु लकड़ियां, मेवे, रेवडियां, मूंगफली इकट्ठा करने लग जाते हैं। हालांक‍ि आधुनिकता के प्रभाव से लोहड़ी पर्व भी अछूता नहीं रहा है। अब लोहड़ी में पारंपरिक पहनावे और पकवानों की जगह आधुनिक पहनावे और पकवानों को भी शाम‍िल क‍िया गया है।