Ganesh Chaturthi 2018 : पानी में ही क्यूँ किया जाता है गणेश विसर्जन, पढ़े इसके पीछे की कथा

13 सितम्बर से गणेश चतुर्थी का पर्व शुरू होने वाला है। पुरे देश में इस पर्व को बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। गणपति महोत्सव के पहले दिन से भक्त अपने घर में गणपति जी स्थापना करते है और 10 वे दिन पूजा अर्चना के साथ बड़े धूमधाम से विसर्जन किया जाता है। पर क्या आप जानते है की गणेश जी का विसर्जन क्यूँ किया जाता है। इसके पीछे एक कहानी है। जिसके बारे में आज हम आपको बतायेंगे, तो आइये जानते है इस बारे में...

* पुराणों के अनुसार


कहा जाता है कि जब कवि व्यास ने गणपति को महाभारत की कहानी सुनानी शुरु की तो बिना रुके वो दस दिनों तक कहानी सुनाते रहे, और भगवान गणेश लगातार बिना रुके हुए उसको लिखते रहे थे।

कथा पूरी होने के बाद क्या हुआ लगातार दस दिन तक बिना रुके महाभारत लिखने के कारण गणेश जी का शरीर पूरी तरह से गर्म होकर जलने लगा था। महार्षि व्यास ने जब आंखे खोली तो गणेश जी के शरीर का तापमान कम करने के लिए पास के कुंड में ले गए और स्नान करवाया। यही कारण है कि आज हम 10 दिन के बाद गणेश विसर्जन करते हैं।

* घर में किस तरह से विसर्जन करे

गणेश विसर्जन यदि आप घर में ही गणपति का विसर्जन करना चाहते है तो आप गणपति को एक गमले में पानी डालकर विसर्जित कर सकते है। उसके बाद उस गमले में पौधा भी लगा दें। लेकिन ध्यान रहे आपको उस गमले में तुलसी नहीं लगानी है क्यूंकि गणेश जी पर तुलसी नहीं चढ़ाई जाती है।

* इस विधि से करें

गणेश का विसर्जन गणेश जी को विसर्जित करने से पहले उनकी पूजा करें और विधिवत आरती करें। अपनी मनोकामना पूरी करने की प्रार्थना करें उसके बाद आप उनको किसी नदी या तालाब में विसर्जित करें।