होली का उत्साह बाजार और घरों में देखा जा सकता हैं। सभी इस दिन रंगों में सरोबार होकर इस त्योंहार का लुत्फ़ उठाते हैं। होली से जुडी कई परम्पराएं भी प्रचलित हैं। जिन्हें हम अपनाते भी हैं लेकिन कई लोग उसके पीछे का कारण नहीं जानते हैं। ऐसा ही एक परंपरा हैं होलिका की आग में गेहूं की बालियां सेंकना, जो सभी करते हैं लेकिन इसके पीछे का कारण नहीं जानते। तो आज हम बताते हैं आपको इसके पीछे के कारण के बारे में।
फाल्गुन मास की शुरुआत और नए धान की पैदावार घर-घर में खुशियां लेकर आती है। घर में सुख-समृद्धि की कामना के लिए होलिका दहन में गेहूं की बालियां भी डाली जाती हैं। मान्यता है कि पहली फसल का पहला गेहूं ईश्वा और पूर्वजों को भेंट करने से पूरे साल घर में पूर्वजों के आशीर्वाद से सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है।
होली की अग्नि में गेहूं की 7 बालियों की आहुति दी जाती है। 7 के पीछे मान्यता यह है कि 7 का अंक शुभ माना जाता है। इसलिए ही तो सप्ताह में 7 दिन और विवाह में 7 फेरे होते हैं। यही वजह है कि गेहूं की 7 बालियां होलिका में डाली जाती हैं।