वास्‍तु सम्‍मत होनी चाहिए घर की बालकनी, जीवन पर डालती है विपरीत प्रभाव

देखा जाता हैं कि घरों में बालकनी रखी जाती हैं जिसमें बैठकर लोग अपमा समय भी व्यतीत करते हैं। आजकल फ्लैट सिस्टम होने लगे हैं जिसमें तो बालकनी रखी ही जाती हैं ताकि बाहर की हवा का लुत्फ़ उठाया जा सकें। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बालकनी से जुड़े भी कुछ वास्तु नियम बताए गए हैं जो आपके जीवन पर काफी असर डालते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको उन्हीं नियमों के बारे में बताने जा रहे हैं ताकि बालकनी को वास्‍तु सम्‍मत बनाया जा सकें और विपरीत प्रभाव से बचा सकें।

बालकनी का स्‍थान और दिशा

सबसे महत्‍वपूर्ण होता है घर में बालकनी का स्‍थान और उसकी दिशा। घर की उत्‍तरी दिशा में बालकनी का होना सबसे उचित माना जाता है। इसके साथ ही आप चाहें तो उत्‍तर-पूर्व कोने को बालकनी के रूप में प्रयोग कर सकते हैं। माना जाता है कि बालकनी के लिए यह सबसे उचित स्‍थान होता है क्‍योंकि इस दिशा में सबसे अधिक सूर्य का प्रकाश आता है। वहीं दक्षिण और पश्चिम दिशा की बालकनी को अच्‍छा नहीं माना जाता है। इसके साथ ही इस बात का भी ध्‍यान रखें कि आपकी बालकनी का फर्श पूरे घर के फर्श की तुलना में थोड़ा नीचे होना चाहिए।

बालकनी में फर्नीचर

यह वह स्‍थान होता है, जहां आप रिलैक्‍स होकर बैठना पसंद करते हैं। इसलिए यहां का फर्नीचर कैसा हो इस बात का भी ध्‍यान रखना चाहिए। वास्‍तु विशेषज्ञ बताते हैं कि बालकनी में भारी भरकम फर्नीचर रखने से बचना चाहिए। यहां पर हल्‍के बैंत के फर्नीचर या फिर हल्‍की कुर्सियां या फिर बीन बैग रख सकते हैं। अगर आप बालकनी में झूला लगाना चाहते हैं तो ध्‍यान रखें कि ये उत्‍तर या फिर दक्षिण दिशा में लगाएं। वास्‍तु में यह शुभ माना जाता है।

बालकनी की छत

बालकनी की छत को लेकर एक बात ध्‍यान देने की जरूरत है कि उसकी छत का ढलान उत्‍तर या फिर पूर्व की तरफ होना चाहिए। भूलकर भी यह स्‍थान दक्षिण और पश्चिम की तरफ नहीं होना चाहिए। वास्‍तु विशेषज्ञों का मानना है कि बालकनी की छत की ऊंचाई आपके घर से नीची होनी चाहिए। इसके साथ ही बालकनी की छत के लिए टिन या फिर लोहे का प्रयोग नहीं करना चाहिए।

बालकनी की सजावट

वास्‍तु में ऐसा माना जाता है कि बालकनी में पेड़-पौधों के छोटे-छोटे पॉट रखने चाहिए। इनको रखने से घर में पॉजिटिव एनर्जी आती है। इसके साथ ही बालकनी में बहुत बड़े पेड़ नहीं लगाने चाहिए। इसके साथ ही एक बात का ध्‍यान रखें के बालकनी में लगाने को सजाने के लिए रंग-बिरंगे फूलों का चुनाव करना चाहिए। बालकनी में भूलकर भी लताएं और बेल वाले पौधे नहीं लगाने चाहिए। माना जाता है कि यह नेगेटिव एनर्जी को आकर्षित करते हैं।

बालकनी में कौन सी लाइट्स लगाएं

वास्‍तु के विशेषज्ञ बताते हैं कि बालकनी में बहुत तेज रोशनी वाला या फिर बहुत हल्‍की रोशनी वाली लाइट का प्रयोग नहीं करना चाहिए। दोनों ही स्थिति वास्‍तु में सही नहीं मानी जाती है। वास्‍तु के हिसाब से लाइट ऐसी लगानी चाहिए जो हल्‍की हल्‍की रोशनी भी दे और आंखों को चुभे भी न।

बालकनी की दीवारों का रंग

बालकनी ऐसा स्‍थान होता है जिसका प्रयोग कुछ लोग योगा करने या फिर व्‍यायाम करने में भी करते हैं। तो इन दोनों ही स्थिति में दिमाग का रिलैक्‍स होना बहुत जरूरी होती है। इसलिए बालकनी की दीवारों का रंग एकदम हल्‍का होना चाहिए। इसके लिए आप सफेद, समुद्री हरा, आसमानी नीला या फिर गुलाबी रंग का प्रयोग कर सकते हैं।