वास्तु का जीवन में महत्व देखते हुए लोग अपने घरों का निर्माण वास्त के अनुसार ही करते हैं। लेकिन बड़े शहरों में खुद का घर होना एक सपने जैसा होता हैं और अधिकतर लोग किराए के घर में रहते हैं। ऐसे में भी उस घर को वास्तु सम्मत किया जाना बहुत जरूरी हैं। आज इस कड़ी में हम आपको किराए के घर से जुड़े वास्तु उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके जीवन में जीवन में समृद्धि और लाभ लाते हैं। तो आइये जानते हैं इन वास्तु उपायों के बारे में।
उत्तर-पूर्व भाग रखें ऐसा
उत्तर-पूर्व कोना घर का ईशान कोण माना जाता है और यहां पर देवताओं का वास माना जाता है। इसलिए इस दिशा को खाली रखें या फिर यहां पर आप अपना पूजास्थल बना सकते हैं। इस स्थान को साफ और स्वच्छ रखें। इस दिशा में किसी भी प्रकार की रुकावट नहीं होनी चाहिए। इस दिशा को धन के देवता कुबेरजी का भी वास माना जाता है।
दक्षिण-पश्चिम दिशा होनी चाहिए ऐसी
अगर आपके घर में कोई भारी सामान है तो आपको उसे दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। फालतू सामान या फिर अन्य ऐसी चीजें जो अधिक प्रयोग में नहीं आती हैं, या फिर ऐसा सामान जो कभी-कभी प्रयोग होता है, आपको उसे इस दिशा में रखना चाहिए।
सोने की होनी चाहिए यह दिशा
किराए का घर हो या अपना पलंग पर सोते समय आपका सिर दक्षिण दिशा में होना चाहिए और पैर उत्तर दिशा में। सोने की सही दिशा व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव छोड़ती है। दक्षिण दिशा में भूलकर भी पैर न रखें। ऐसा करने से आपके मानसिक रूप से तनाव होने के साथ किसी भी प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं।
पूजास्थल बनाएं इस दिशा में
अगर आप घर में पूजास्थल बनाना चाहते हैं तो आपको इसके लिए उत्तर-पूर्व दिशा का चयन करना चाहिए। यहां पर आप अपने आराध्य देवता की मूर्ति लगाएं। इस प्रकार से किराएदार प्राकृतिक तरीके से सामानों को लगाकर और वास्तु के नियमों को ध्यान में रखकर किराए के भवन में निवास करें। तो आपके सभी दुख दूर रहेंगे। रोग और शोक से भी आप मुक्त होकर रहेंगे। कारोबार और नौकरी में भी आपकी तरक्की होगी।
दर्पण को रखें ऐसा
घर के अधिकांश वास्तुदोष को दूर करने में दर्पण भी बहुत असरदायी होता है। मगर दर्पण का प्रयोग बहुत ही समझदारी और होशियारी से करते हैं। दर्पण प्राण ऊर्जा को सक्रिय करते हैं। ये द्वारों और खिड़कियों और अन्य खुले द्वार से आने वाले प्रकाश को परावर्तित करते हैं और घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।