खुद का घर हर किसी का अपना सपना होता हैं जिसे बनाने के लिए इंसान अपनी खून-पसीने की कमाई लगा देता है। हर व्यक्ति चाहता हैं कि उसके सपनों के घर में पूरा परिवार खुशी से रहें। लेकिन, कई बार माहौल इसके उलट भी देखने को मिलता है जिसका कारण बनता हैं घर में उपस्थित वास्तुदोष। जी हां, वास्तुदोष के कारण परिवार में नकारात्मकता का वातावरण बनने लगता है। ऐसे में आप नया घर खरीद रहे हैं या फिर अपना घर बना रहे हैं तब भी आपको वास्तु के नियमों का ध्यान रखना जरूरी हैं ताकि आपका आने वाला जीवन खुशहाल बना रहे। जानते हैं कि नया घर खरीदने से पहले वास्तु की किन बातों को ध्यान में रखना है जरुरी।
घर के पास कोई धार्मिक स्थानवास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर घर के पास कोई धार्मिक स्थान है तो उसकी ऊर्जा बहुत सकारात्मक और उच्चतम स्तर पर होती है। इन स्थान की शक्ति इनती सकारात्मक ऊर्जा वाली होती है की इसके संपर्क में आने से मानव पर नकारात्मक असर पड़ने लगता है। धार्मिक स्थान के आस पास रहने पर व्यक्ति का जीवन तनावपूर्ण रह सकता है।
मुख्य द्वार की दिशायदि आप बना बनाया घर खरीद रहे हैं तो यह अवश्य देख लें कि मुख्य द्वार किस दिशा में बना हुआ है। वास्तु के अनुसार उत्तर दिशा में दरवाजा होना सबसे उत्तम माना जाता है। इस दिशा में ही सबसे अधिक खिड़की दरवाजे होने चाहिए। यह दिशा कुबरे की दिशा मानी गई है। इस दिशा का मुख्य द्वार आपके घर में सुख-समृद्धि, तरक्की, खुशहाली व सकारात्मकता लेकर आता है। जमीन खरीदते समय भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह दक्षिणमुखी न हो।
घर के पास पेड़ या खंभावास्तु के अनुसार। घर के पास कोई पेड़ या खंभा होना अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसा होने पर व्यक्ति को हर काम में किसी ना किसी बाधा का सामना करना पड़ता है। साथ ही ऐसे कामों में भी परेशानी आने लगती है जो बहुत ही आसानी से हो जाने चाहिए।
घर का आकार वास्तु शास्त्र के मुताबिक, आप जिस भी फ्लैट या घर को खरीदने का सोच रहे हैं उस घर का आकार वर्गाकार या आयताकार होना आवश्यक है। यह हर प्रकार से धनवर्धक एवं पॉज़िटिव होता है और दरिद्रता को भी कम करता है। वहीं गोल, वक्राकार या टेढ़े-मेढ़े आकार वाले घर को खरीदने से बचें।
घर के पास हॉस्पिटलघर के पास हॉस्पिटल आसपास या फिर सामने नहीं होना चाहिए। क्योंकि, अस्पताल में अस्वस्थ लोग अपना इलाज करवाते हैं। जिनका ओरा बहुत कमजोर होता है। इन्ही अस्वस्थ लोगों के कारण वहां नकारात्मक ऊर्जा का स्तर बहुत ज्यादा होता है। जिस कारण अस्पतालों के आसपास रहने वाले लोग कभी भी अपनी जिंदगी शांति से नहीं गुजार पाते।
घर में खिड़की या बालकनी हर घर में खिड़की का होना बहुत जरूरी होता है, जिससे घर में ताज़ी हवा और धूप का बैलेन्स बना रहता है। वहीं घर खरीदते समय कई लोगों की प्राथमिकता होती है कि घर में बालकनी हो जिससे वो घर से बारिश, सुहावने मौसम और बाहर के व्यू का मज़ा लें सकें। लेकिन आपको ये भी पता होना चाहिए कि उसकी शुभ दिशा क्या है। तो आप जो भी घर खरीदें उस घर में खिड़की या बालकनी पूर्व या उत्तर दिशा में होनी चाहिए ये आपके लिए शुभ होगा।
घर के पास न हो पुरानी इमारतेंकई बार आपने देखा होगा की किसी के घर के आसपास पुरानी इमारतें होती हैं। जो राजा महाराजाओं के समय की हो और वह बंद हो तो ऐसी स्थान पर भी नकारात्मकता ऊर्जा काफी ज्यादा होती है।
शौचालय या रसोईघर की दिशा वहीं जिस घर को आप खरीद रहे हैं अगर वहां शौचालय या रसोईघर उत्तर-पूर्व दिशा में है तो वह अशुभ हो सकता है। इसके साथ ही ध्यान रहे कि फ्लैट का प्रवेश द्वार मुख शौचालय के द्वार की तरफ नहीं होना चाहिए वरना नकारात्मक ऊर्जा का असर बना रहता है। अगर ऐसा हो तो वहां पर्दा लटकाकर उसे छुपाने की कोशिश करें।
टी पॉईंट पर न हो घरकभी भी घर T-Point पर नहीं होना चाहिए। यानी की जहां पर तीन गलियां या तीन सड़क आकर मिलती हो ऐसी जगह घर का होने शुभ नहीं माना जाता। ऐसी जगहों पर रहने वाले लोगों को कभी भी अच्छे फल नहीं मिल पाते हैं।