वास्तु के अनुसार घर को सजाना-संवारना, साफ-सुथरा रखना एक जरूरत है। जो वहां रहने वालों के जीवन की बाधाएं दूर कर खुशियां और सफलता दिलाने में सहायक होता है। घर का मुख्य द्वार वास्तु दोष से मुक्त होना अत्यंत आवश्यक है। यदि इसमें कोई दोष हो, तो इसे तुरंत वास्तु उपायों के द्वारा ठीक कर लेना चाहिए क्योंकि इससे घर-परिवार से संबंधित बहुत सारी समस्याएं जन्म लेती हैं विशेषकर धन से जुड़ी। आज के वक्त में रुपया पैसा हर किसी की जरूरत है रुपए पैसों के बिना किसी भी स्तर पर जीवन संभव नहीं है लेकिन कई बार ना चाहते हुए भी पैसा बच नहीं पाता या पैसा आना मुश्किल हो जाता है। घर में सुख-शांति, समृद्धि, धन-वैभव व ख़ुशहाली चाहते हैं तो वास्तु के इन कुछ नियमों का पालन करें और घर को नकारात्मक ऊर्जा से बचाएं।
# पूर्व दिशा में घर की संपत्ति और तिजोरी रखना बहुत शुभ होता है और उसमें बढ़ोतरी होती रहती है।
# मुख्यद्वार दक्षिण दिशा में हो तो आर्थिक परेशानियां हमेशा घेरे रहती हैं। जहां तक हो सके ऐसे घर का चुनाव न करें।
# घर में सौभाग्य को न्यौता देने के लिए घर के मुख्य द्वार पर रंगोली सजानी चाहिए, फूलों का गुलदस्ता या छोटी घंटियां लगानी चाहिए। ऐसा करने से सौभाग्य के साथ-साथ महालक्ष्मी के आने का रास्ता भी स्वयं बनता है।
# हर पूर्णिमा को सुबह के वक्त पीपल के वृक्ष पर मां लक्ष्मी का वास होता है ऐसा शास्त्र में माना गया है इसलिए जो व्यक्ति आर्थिक समस्या से जूझ रहा हो उसे इस समय पीपल के वृक्ष की पूजा करनी चाहिए और इसके साथ ही उस पर जल चढ़ाएं महालक्ष्मी जी की उपासना करें और लक्ष्मी मंत्र की एक माला का जाप करें ऐसा करने से सारी परेशानियां धीरे-धीरे समाप्त हो जाएंगी|
# अगर आप जीवन में स्थाई सुख-समृद्धि चाहते हैं, तो आप शुक्ल पक्ष के किसी भी दिन सूर्यास्त से पहले एक पके हुए मिट्टी के घड़े को लाल रंग से रंगकर, उसमें जटायुक्त नारियल रखकर उसके मुख पर मोली बांधकर उसे बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें ।ऐसा माह में एक बार अवश्य ही किया करें ।
# अपनी आस्था के अनुसार घर के मुख्य द्वार पर बाहर की ओर मांगलिक प्रतिकों को प्रदर्शित करना चाहिए जैसे स्वास्तिक, ओम , त्रिशूल, क्रास इत्यादि। इससे सौभाग्य , समृद्धि व प्रसिद्धि में वृद्धि होती है।