सुखी दांपत्य जीवन के लिए रखें वास्तु की इन बातों का ध्यान, दूर होगी अनबन

दांपत्य जीवन कई उतार-चढ़ाव से भरा होता हैं जिसमें कभी प्यार तो कभी नोंकझोंक चलती रहती हैं। लेकिन कई बार देखा जाता हैं कि पति-पत्नी के बीच यह नोंकझोंक बढ़ते हुए कलह तक पहुंच जाती हैं और रिश्ते में प्यार समाप्त होने लगता हैं। इसका कारण आपके बेडरूम या घर में उपस्थित वास्तुदोष भी हो सकता हैं। जी हां, वास्तु से जुड़ी ऐसी कई बातें हैं जो नकारात्मकता का संचार करते हुए आपके रिश्ते को प्रभावित करती हैं और सुखी दांपत्य जीवन को बर्बाद कर देती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको वास्तु से जुड़ी उन चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं सुखी दांपत्य जीवन की नींव को मजबूत करने में काम आएंगे। तो आइये जानते हैं इन वास्तु उपायों के बारे में...

- पति-पत्नी अपनी विवाहित जिंदगी को जीने के लिए प्रेम और आकर्षण की दिशा उत्तर-उत्तर-पश्चिम के क्षेत्र में अपना शयनकक्ष बना सकते हैं, इस दिशा में कमरा होने से उनके आपसी संबंधों में प्रगाढ़ता आती है, जिससे जीवन में प्रेम बना रहेगा।

- यदि मानसिक तनाव अधिक रहता हो या पति-पत्नी के बीच अनबन रहती हो,तो सोते समय सिरहाने से बांसुरी रखने से लाभ होगा। वैवाहिक रिश्तों में मधुरता लाने के लिए उत्तर दिशा में नाचते हुए मयूर या राधा-कृष्ण की आलिंगनवद्ध पेंटिंग लगाना अच्छा होता है। संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले दंपत्तियों को श्री कृष्ण के बालरूप या गाय-बछड़े की तस्वीर शयनकक्ष में लगानी चाहिए।

- आपसी प्यार और बेडरूम की ख़ूबसूरती के लिए यहां मनी प्लांट्स भी लगाए जा सकते हैं, ये शुक्र के कारक हैं। मनी प्लांट लगाने से पति-पत्नी के संबंध मधुर होते हैं।

- वास्तु के अनुसार हमेशा दक्षिण या पूर्व दिशा में सिर करके सोएं, ताकि पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के अनुसार आप दीर्घायु और गहरी नींद प्राप्त कर सकें आरामदायक व भरपूर नींद से दांपत्य जीवन अधिक सुखद बनता है।

- यदि टॉयलट शयनकक्ष में ही है तो उसका दरवाजा सदैव बंद रखने का प्रयास करें, अन्यथा उसकी नकारात्मक ऊर्जा आपके जीवन में भी कड़वाहट घोल सकती है। पलंग के नीचे कबाड़ या कचरा जैसे सामान कभी गलती से भी न रखें।

- दीवारें कभी भी सफेद या लाल रंग की नहीं होनी चाहिए। गहरे रंग की अपेक्षा हल्का रंग बेहतर होता है। हरा, गुलाबी या आसमानी रंग अच्छा प्रभाव छोड़ता है, कमरे में सकारात्मक ऊर्जा पैदा करता है।आपसी मतभेदों को कम करने के लिए आप इन रंगों का प्रयोग पर्दे और बेडशीट के रूप में भी कर सकते हैं।

- अपराध, यातना, अशान्ति आदि के चित्र कमरे में न लगाएं। दम्पति के विवाह की तस्वीर कमरे में रखने से आपसी प्रेम बढ़ता है।

- मेहमानों और दोस्तों को ड्राइंग रूम में ही बैठाएं। अपने बेडरूम में हर किसी को नहीं लाना चाहिए, वास्तुशास्त्र के अनुसार ऐसा करने से शयन कक्ष में नकारात्मक उर्जा का स्तर बढ़ता है,जिससे आपस में लड़ाई की संभावनाएं बढ़ती हैं।

- पति-पत्नी के रिश्ते में मजबूती और प्रेम बनाए रखने के लिए कभी भी बेड को बीम के नीचे नहीं चाहिए,बीम अलगाव का प्रतीक होता है जो रिश्तों में दूरियां बढ़ाता है। यदि ऐसा करना संभव न हो तो बीम के नीचे बांसुरी या विंड चाईम लटका देना चाहिए, इससे वास्तु दोष दूर हो जाता है।

- वास्तु के अनुसार बेडरूम में आईना नहीं होना चाहिए,यदि है तो सोते वक्त उसे ढककर अवश्य रखें।

- बेडरूम में फर्नीचर लोहे का और आकार में धनुषाकार,अर्धचंद्राकार या वृत्ताकार नहीं होना चाहिए। इससे दंपत्ति का स्वास्थ्य खराब रह सकता है। आयताकार,चौकोर लकड़ी के फर्नीचर ही वास्तु में शुभ माने गए हैं।

- वास्तु दोष उत्त्पन्न न हो इसलिए रूम में लाईट बहुत तेज नहीं होनी चाहिए एवं लाइट ऐसी हो कि पलंग पर सीधा प्रकाश न पड़े। प्रकाश हमेशा पीछे या बाईं ओर से आना चाहिए।

- पलंग बेडरूम के दरवाजे के एकदम नजदीक नहीं होना चाहिए। यदि ऐसा होगा तो मन में अशांति व व्याकुलता बनी रहेगी।