इन वास्तु उपायों कि मदद से दूर करें गृह-कलेश, लाए सुख शांति

घर वो जगह होती हैं जिसके लिए हर इंसान चाहता है कि अपने दिनभर के कामकाज से मुक्त होकर एक चैन की नींद ली जा सकें। लेकिन घर में उपस्थित वास्तुदोषों की वजह से वह चैन-सुकून नहीं मिल पाता और घर में गृह-कलेश पनपते हैं। अगर इन वास्तुदोषों को जल्द ठीक नहीं किया गया तो ये बहुत ज्यादा दिक्कत देते हैं। इसलिए आज हम लाये हैं आपके लिए कुछ उपाय जिनको अपनाकर आप अपने घर से जुड़े वास्तुदोषों को दूर कर सकते हैं। तो आइये जानते हैं उन उपायों के बारे में।

* पूजा घर के पास उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) में सदैव जल का एक कलश भरकर रखना चाहिए। इससे घर में सपन्नता आती है। मकान के उत्तर पूर्व कोने को हमेशा खाली रखना चाहिए।

* यदि आपके घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर खिड़कियां या दरवाजे हो तो यह वास्तु दोष के लिए है। इसलिए एक खिडकी या दरवाजे बंद कर दे जिससे कि यह विषम से सम हो जाएं।

* हर किसी के घर में ऐसी कई चीजें होती हैं जो टूट गई हैं, खराब हो गई हैं या लंबे समय से इस्तेमाल में नहीं आ रहीं। वास्तु के अनुसार ये वस्तुएं जब लंबे समय के लिए एक जगह पड़ी रहें, तो नकारात्मक ऊर्जा को जन्म देती हैं। यह वास्तु दोष उत्पन्न करती हैं। इसलिए या तो इन वस्तुओं को ठीक करवाकर इस्तेमाल करें, या फिर इन्हें घर से बाहर कर देना ही सही होगा।

* घर की घड़ियों को हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा में लगाया जाना जाना चाहिए, इससे अच्छे समय के आगमन के व्यवधान समाप्त होते हैं। ईशान कोण पवित्र एवं स्वच्छ रखा जाना चाहिए एवं एक घड़ा जल भरकर इस कोने में रखना चाहिए, इसके सत्परिणाम मिलते हैं।

* सार्वभौमिक उन्नति के लिए घर के मुख्य द्वार पर लक्ष्मी, गणेश, कुबेर स्वास्तिक, ऊँ, एंव मीन क्रास आदि मांगलिक चिन्ह बनाना लाभकारी प्रतीत होता है।

* पूजाघर में तीन गणेशों की पूजा नहीं होनी चाहिए, अन्यथा घर में अशांति उत्पन्न हो सकती है। तीन माताओं तथा दो शंखों का एक साथ पूजन भी वर्जित है। धूप, आरती, दीप, पूजा अग्नि आदि को मुंह से फूंक मारकर नहीं बुझाएं। पूजा कक्ष में, धूप, अगरबत्ती व हवन कुंड हमेशा दक्षिण पूर्व में रखें।

* घर में दरवाजे अपने आप खुलने व बंद होने वाले नहीं होने चाहिए। ऐसे दरवाजे अज्ञात भय पैदा करते हैं। दरवाजे खोलते तथा बंद करते समय सावधानी बरतें ताकि कर्कश आवाज नहीं हो। इससे घर में कलह होता है। इससे बचने के लिए दरवाजों पर स्टॉपर लगाएं तथा कब्जों में समय समय पर तेल डालें।

* वास्तु के अनुसार के घर के द्वार में बड़ी सी नेम प्लेच लगाना आपके घर में वैभव को लाना है। इसलिए अपने घर में अपने नाम की नेम प्लेट लगाएं।

* वास्तु के अनुसार घर की सीढ़ियों में फालतू सामान या जूते चप्पल न रखें। इससे घर में दोष नही आता है। वास्तु के अनुसार कभी भी घर की सीढ़ियों के नीचे फालतू सामान रखें तो घर की सीढियों के शुरू या अंत में कोई गेट बनवाएं।