
वास्तु शास्त्र के अनुसार, व्यक्ति की रोजमर्रा की कुछ आदतें ऐसी होती हैं जो न केवल जीवन में नकारात्मक ऊर्जा लेकर आती हैं, बल्कि उसकी आर्थिक स्थिति और तरक्की पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। ये आदतें घर में शांति, समृद्धि और मां लक्ष्मी के आगमन में भी बाधा बन सकती हैं। आइए जानें ऐसी कौन-सी 5 आदतें हैं जो वास्तु के अनुसार आपकी उन्नति में रुकावट बनती हैं।
बिना सोचे-समझे खर्च करना और वित्तीय असंतुलन पैदा करनाकई बार हम तात्कालिक खुशी या लालच में आकर बेवजह चीजें खरीद लेते हैं। यह आदत न सिर्फ मानसिक तनाव बढ़ाती है, बल्कि वास्तु शास्त्र के अनुसार, ऐसी खर्चीली प्रवृत्ति से घर में धन का ठहराव नहीं रहता। अनावश्यक खरीदारी के कारण जीवन में वित्तीय अस्थिरता बनी रहती है, जिससे लक्ष्मी जी रुष्ट हो जाती हैं।
रात में बाल व नाखून काटने की अशुभ आदतवास्तु के अनुसार, सूर्यास्त के बाद बाल या नाखून काटना अशुभ माना गया है। यह न केवल समृद्धि में बाधा डालता है बल्कि माता लक्ष्मी के अपमान के रूप में भी देखा जाता है। खासकर गुरुवार और एकादशी जैसे शुभ दिनों में इन कार्यों से बचना अत्यंत आवश्यक है।
घर व रसोई को अस्वच्छ रखनावास्तु विज्ञान कहता है कि साफ-सफाई से सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। घर विशेषकर रसोई घर को गंदा छोड़ देना, जूठे बर्तन या बिखरा सामान रखना मां लक्ष्मी के वास में बाधा बनता है। स्वच्छता का अभाव ही जीवन में रुकावटों और आर्थिक संकट को आमंत्रित करता है।
रात के गंदे बर्तन सिंक में छोड़ना और नल का टपकनावास्तु के अनुसार, रात में गंदे बर्तन धोए बिना छोड़ना घर में दुर्भाग्य और दरिद्रता लाता है। इसी प्रकार टपकते हुए नल को भी धन की हानि और नकारात्मकता से जोड़कर देखा जाता है। इसलिए इन छोटी आदतों को नज़रअंदाज़ करना भारी पड़ सकता है।
टूटा शीशा और अनुपयोगी सामान घर में रखनाअक्सर लोग टूटे आईने, खराब इलेक्ट्रॉनिक्स या बेकार चीजें संभाल कर रखते हैं। लेकिन वास्तु कहता है कि ऐसी वस्तुएं नकारात्मक ऊर्जा का केंद्र बन जाती हैं। ये चीजें तरक्की के रास्ते को रोकती हैं और घर में तनाव, क्लेश और रुकावटें बढ़ाती हैं।