कल 7 मई शुक्रवार को वैशाख मास कृष्ण पक्ष की एकादशी हैं जिसे वरुथिनी एकादशी के रूप में जाना जाता हैं। भगवान विष्णु को समर्पित यह एकादशी व्यक्ति की मनोकामनाओं की पूर्ती करवाती हैं। इस दिन व्रत रखा जाता हैं जिससे भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद देते हैं। लेकिन इसी के साथ ही व्रत वाले दिन कुछ नियमों का ध्यान भी रखा जाता हैं जिनकी अवेहलना करना परेशानी का कारण बन सकता हैं। तो आइये जानते हैं एकादशी व्रत के दिन क्या काम नहीं करें चाहिए।
संयम और सात्विक दिनचर्या
एकादशी के दिन अपने आचार और व्यवहार से संयम और सात्विक आचरण का पालन करना चाहिए। ये पावन तिथि भगवान विष्णु की आराधना और उनके प्रति समर्पण के भाव को दर्शाती है। क्रोध से बचें
नियमानुसार, एकादशी के दिन अपने क्रोध को शांत रखना चाहिए और न ही इस दिन किसी से झूठ बोलना चाहिए। इसके अलावा इस दिन सुबह जल्दी उठना चाहिए और शाम के वक्त नहीं सोना चाहिए।
कटु शब्दों का प्रयोग न करें
एकादशी के दिन किसी को कटु शब्द नहीं कहना चाहिए और न ही इस दिन किसी से लड़ाई-झगड़ा करना चाहिए। शास्त्रों में एकादशी तिथि सभी तिथियों में शुभ तिथि मानी गई है। चावल का सेवन न करें
एकादशी के दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि इस दिन चावल खाने से मनुष्य अगले जन्म में रेंगने वाले जीव योनि में जन्म लेता है इसलिए इस दिन भूलकर भी चावल का सेवन न करें।
इस दिन करें ब्रह्मचर्य का पालन
एकादशी के दिन संयम के साथ पति-पत्नी को ब्रह्राचार्य का पालन करना चाहिए इसलिए इस दिन शारीरिक संबंध नहीं बनना चाहिए।