कई बार जीवन में ऐसा दौर आता हैं जब व्यक्ति की कड़ी मेहनत के बाद भी उसे उसके मुताबिक़ फल नहीं मिल पाता हैं। इसी के साथ ही उसे अपने कार्यों में सफलता नहीं मिल पाती हैं एवं आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। ऐसे में यह व्यक्ति के दुर्भाग्य को दर्शाता हैं। समय के साथ व्यक्ति के मन में निराशा होने लगती हैं। ऐसे में आपको जरूरत हैं कुछ ऐसे उपायों कि जो दुर्भाग्य से छुटकारा दिलाए और आपके जीवन को खुशहाल बनाने का काम करें। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।
रोटी का टोटका
सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त से पहले इस टोटके को करना है। एक रोटी लें। इस रोटी को अपने ऊपर से 31 बार उबार लें। प्रत्येक बार वारते समय इस मंत्र का उच्चारण भी करें। ऊं दुर्भाग्यनाशिनी दुं दुर्गाय नम:। बाद में यह रोटी कुत्ते को खिला दें अथवा बहते पानी में बहा दें।
शनि का दोष दूर करने के लिए
उड़द की दाल को 4 बड़े शनिवार को प्रात: सिर से 3 बार एंटी क्लाकवाइज (उलटा) घुमाकर कौओं को खिलाएं। पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। इससे आपका दुर्भाग्य दूर होता है और आपके काम बनने लगते हैं।
तोते का टोटका
किसी भी मंगलवार की शाम को एक नर और एक मादा तोता लेकर आएं और उन्हें रात भर घर में रखने के बाद बुधवार की शाम उन्हें हाथ में लेकर कहें कि जैसे हम तुम्हें आजाद कर रहे हैं उस तरह आप हमें भी बंधनों से आजाद कर दो और हमारे सारे कष्ट दूर कर दो। फ़िर दोनों तोते को अपने हाथों से आजाद कर दें।
राई से दूर करें दरिद्रता
अगर आपके घर में दरिद्रता पांव पसारकर बैठी हो और किस्मत साथ न दे रही हो तो पानी भरे घड़े में राई के पत्ते डालकर इस जल को अभिमंत्रित करके जिस भी किसी व्यक्ति को स्नान कराया जाएगा उसकी दरिद्रता और शरीर के सभी रोग नष्ट हो जाते हैं।
व्यापार में हो रहे हैं असफल
व्यापार, विवाह या किसी भी कार्य के करने में बार-बार असफलता मिल रही हो तो यह टोटका करें। सरसों के तेल में बने गेहूं के आटे व पुराने गुड़ से तैयार 7 पुए, 7 मदार (आक) के पुष्प, सिंदूर, आटे से तैयार सरसों के तेल का रूई की बत्ती से बना दीपक जलाकर पत्तल या अरण्डी के पत्ते पर रखकर शनिवार की रात्रि में किसी चौराहे पर रखें और मन मे संकल्प करें- ‘हे दुर्भाग्य तुझे यहीं छोड़े जा रहा हू, कृपया करके मेरा पीछा ना करना।’ सामान रखकर पीछे मुड़कर न देखें। आपके जीवन में जल्द ही परिवर्तन होने लगेगा।