सावन का महिना शुरू हो चूका हैं और सभी धर्म-कर्म के कार्यों में लग चुके हैं। सावन का यह महीना भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष माना जाता हैं। इसलिए सावन के इन दिनों में भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती हैं। जिससे भगवान की कृपा हम पर बने और मनवांछित फल की प्राप्ति हो। भगवान शिव की इस विशेष पूजा से हर तरह की परेशानियां दूर होने लगती हैं और परिवार में सुख शांति बनी रहती है। भगवान शिव हर दुखों को हरने वाले हैं। तो आप भी इस सावन के महीने में भगवान शिव की विशेष पूजा करके अपने परिवार को दुखों से मुक्ति दिला सकते हैं। तो आइये जानते हैं इस विशेष पूजा के बारे में।
* विशेष पूजा का समय
शाम को सूर्यास्त के बाद शिवजी की पूजा करने का विशेष महत्व है। क्योंकि सूर्यास्त होते ही प्रदोष काल शुरू हो जाता है और रात शुरू होने तक ये समय रहता है। इस तरह दिन और रात के बीच का संधि समय जो लगभग 2 घंटे 24 मिनट का माना गया है। शिव पुराण के अनुसार इस समय शिवजी प्रसन्न मुद्रा में रहते हैं। इसलिए इस समय शिवजी की विशेष पूजा करने से भगवान जल्दी ही प्रसन्न हो जाते हैं। * ऐसे करें विशेष पूजा
शिव मंदिर में जाकर दीपक और धूपबत्ती लगाएं। नदी या कुएं से शुद्ध जल भरकर लाएं। बोरवेल का पानी भी ले सकते हैं। इस पानी में गंगाजल और कच्चा दूध (बिना गर्म किया हुआ) मिला लें। फिर मंदिर में जाकर शिवजी पर चढ़ा दें। जल चढ़ाते समय ऊं नम: शिवाय मंत्र बोलें। इसके बाद भगवान को चंदन लगाएं। फिर बिल्वपत्र, धतूरा और मदार के फूल शिवजी पर चढ़ाएं। इस तरह भगवान पर पूजन सामग्री चढ़ाने के बाद ऊँ नम: शिवाय मंत्र का 108 बार जाप करें। फिर भगवान को मिठाई का प्रसाद चढ़ाकर भक्तों में बांट दें।