सोमवार का दिन भगवान शिव की विशेष पूजा का दिन होता हैं। सोमवार के दिन सभी लोग शिवलिंग की पूजा करते हैं और भगवान शिव को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। खासकर अविवाहित युवक और युवतियां अपने भावी साथी के लिए भगवान शिव की पूजा करते हैं। लेकिन शिवलिंग की पूजा करते समय कई शिवलिंग पर कई ऐसी चीजें चष देते हैं जिसकी वजह से भगवान शिव को गुस्सा झेलना पद सकता हैं। पूजा में ऐसी कई चीजें काम में आती हैं जो शिवलिंग पर नहीं चढ़ाई जाती हैं। तो आइये जानते हैं उन चीजों के बारे मे।
* शंख से जल हिंदू धर्म में शंख को बहुत ही पवित्र माना जाता है और पूजा के लगभग सभी कार्यों में शंख का प्रयोग होता है लेकिन शिवलिंग पर शंख से जल नहीं चढ़ाना चाहिए। ऐसा करना वर्जित है।
* नारियल पानी शिव जी की पूजा नारियल से होती है नारियल पानी से नहीं। क्योंकि शिवलिंग पर चढ़ाई जाने वाली सारी चीज़ें निर्मल होनी चाहिए, यानि जिसका सेवन ना किया जाए। नारियल पानी देवताओं को चढ़ाये जाने के बाद ग्रहण किया जाता है, इसीलिए शिवलिंग पर नारियल पानी नहीं चढ़ाया जाता है।
* तुलसी तुलसी भी बेहद पवित्र मानी जाती है और सभी देवकार्यों में इसका प्रयोग होता है लेकिन तुलसी को भगवान शिव पर चढ़ाना मना है। ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें इस बात की जानकारी नहीं है और वे भोलेनाथ की पूजा में तुलसी का इस्तेमाल करते हैं जिस वजह से उनकी पूजा पूर्ण नहीं होती।
* हल्दी ऐसे कई धार्मिक कार्य हैं जिसे हल्दी के बिना पूर्ण नहीं माना जाता। लेकिन भगवान शिव को हल्दी अर्पित नहीं की जाती। ऐसा इसलिए क्योंकि हल्दी स्त्री सौंदर्य प्रसाधन में प्रयोग की जाती है और शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग पुरुषत्व का प्रतीक है।
* कुमकुम सिंदूर या कुमकुम हिंदू महिलाएं अपने पति की लम्बी उम्र के लिए लगाती हैं। जैसा की हम जानते हैं कि भगवान शिव विध्वंसक के रूप में जाने जाते हैं इसलिए शिवलिंग पर कुमकुम नहीं चढ़ाया जाता है।
* लाल फूल भोलेनाथ को लाल रंग के फूल नहीं चढ़ाए जाते। साथ ही केतकी और केवड़े के फूल चढ़ाना भी मना है। भगवान शिव को सफेद रंग के फूल चढ़ाने चाहिए। इससे वे जल्दी प्रसन्न होते हैं।