कर्ज से मुक्ति दिलाएँगे ये वास्तु उपाय, जानें और संवारे अपना जीवन

हर व्यक्ति की कामना होती है की उसकी आमदनी इतनी हो कि वह अपनी और अपने परिवार की सभी जरूरतों को पूरा कर सकें। लेकिन इसके लिए कभीकभार व्यक्ति को ऋण लेने की भी जरूरत पड़ जाती हैं और उसकी पूर्ती करते-करते वह कर्ज के बोझ से दबता चला जाता हैं। यह कर्ज उससे मंस्सिक यातना के समान लगता हैं। ऐसे में आपको जरूरत होती है अपने घर से जुड़े वास्तुदोष को सही करने की और वास्तु से जुड़े उपायों की मदद की। आज हम आपको वास्तु से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं जो आपको कर्ज से मुक्ति दिलाने के साथ ही मन की व्यथा को भी दूर करेंगे। तो आइये जानते है इन वास्तु टिप्स के बारे में।

- वास्तु शास्त्र कहता है कि पोल,वाहन,प्लांट या तार जैसी किसी भी चीज से घर का प्रवेश बाधित नहीं होना चाहिए। अपना धन उस अलमारी या तिजोरी में रखें जो दक्षिण-पश्चिम भाग में हो और उत्तर की ओर खुलता हो। घर का दरवाजा उत्तर-पश्चिम या उत्तर की ओर होने पर ऋण बढ़ता है।

- घर की आर्थिक उन्नति के लिए जहां पैसे रखते हों वहां एक एक छोटा सा दर्पण रखें। धन के प्रवाह को बनाए रखने के लिए अपने दरवाजे और खिड़कियां साफ रखें। यदि घर के पश्चिम दिशा में पानी का नाला/कुंआ हो तो यह भी वित्तीय घाटे का कारण हो सकता है। इसलिए उस दिशा का भी ख्याल रखें।

- वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का उत्तर पूर्व भाग कर्ज के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण होता है। इसलिए इस स्थान का खास ख्याल रखना चाहिए। घर का उत्तर पूर्व भाग साफ-सुथरा होना चाहिए। इस क्षेत्र में कोई सेप्टिक टैंक और ओवर-हेड टैंक नहीं बनवाना चाहिए। यह दिशआ अगर साफ और वास्तु दोष से मुक्त हो तो आय के स्त्रोत बढ़ाते हैं और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।

- घर के आस-पास साफ-सफाई होना वैसे भी महत्वपूर्ण है। वास्तु के अनुसार घर के उत्तर पूर्व भाग में कबाड़ रखने से भी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है। इसलिए कभी भी उत्तर की ओर कबाड़ न डालें, इससे नुकसान होता है। गैर जरूरी खर्चों की वजह से लोन चुका पाना कठिन हो जाता है।

- ऋण बढ़ने का कारण एक यह भी हो सकता है कि घर में दक्षिण की ओर अधिक खुली जगह है तो वहां कोई छोटा-मोटा सामान रखे सकते हैं लेकिन खाली न रखें।