शास्त्रों में बताई गई हैं गर्भवती महिलाओं से जुड़ी कई बातें, ध्यान रखने में ही भलाई

हिन्दू धर्म में शास्त्रों का बड़ा महत्व माना जाता हैं क्योंकि शास्त्रों में हमारे जीवन के हर पहलू से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं जिनका ध्यान रखकर खुद को सुरक्षित किया जा सकता हैं। शास्त्रों में एक गर्भवती महिला से जुड़ी भी कई बातें बताई गई हैं जिनकी मदद से महिला और उसके बच्चे को फायदा मिलता है। हर गर्भवती महिला की चाहत होती है कि वह और उसका होने वाला बच्चा स्वस्थ रहें। इसलिए आज हम आपको शास्त्रों में वर्णित उन बातों की जानकारी देने जा रहे हैं जो गर्भवती महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करती हैं। तो आइये जानते हैं इन बातों के बारे में।

- अगर किसी महिला की गोद भराई के बाद उसे मायके भेज दिया जाता है तो घर से बाहर इधर-उधर घूमने न जाएं।

- गर्भवती महिलाओं को रात के समय चौराहे पार नहीं करने चाहिए।

- घर के सुनसान जगहों जैसे छत पर अकेले नहीं जाना चाहिए यहां पर भी नाकारात्मक ऊर्जा होवी रहती है।

- सातवें महीने के बाद महिला को नदी और नाला नहीं पार करना चाहिए। इससे बच्चे के स्वास्थ्य पर नकारात्मक ऊर्जा हावी हो जाती है।

- गर्भवती महिलाओं को श्मशान घाट के आस-पास से भी नहीं गुजरना चाहिए। श्मशान में सबसे ज्यादा नकारात्मक ऊर्जाएं होती हैं।