आज हैं पितृपक्ष का आखिरी श्राद्ध, इन संकेतों से जानें कि घर पर पधारे हैं पितर

शास्‍त्रों में पितृपक्ष का बहुत महत्व बताया गया हैं और आज आश्विन मास की अमावस्‍या को पितृपक्ष का आखिरी श्राद्ध हैं। इन दिनों में पूर्वज घर में पधारते हैं और संतृप्त होकर आशीर्वाद देते हैं। इन दिनों में कौवे के दर्शन होना और उसे भोजन कराना बहुत महत्व वाला माना जाता हैं। विष्‍णु पुराण के अनुसार कौवे को पूर्वजों का प्रतीक माना गया है। कौवा ही पितरों के घर में आगमन का संकेत देता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कौवे से जुड़े ऐसे ही संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं।

कौए के मुंह में हो तिनका

अगर श्राद्ध पक्ष के दौरान कौआ अपने मुंह में सूखा तिनका लेकर आपके घर की छत पर आकर बैठे तो माना जाता है कि आपके घर में पितरों का आगमन होने वाला है और कौए का इस रूप में दिखना धन आगमन का संकेत है।

पेड़ पर बैठे कौआ

यदि कौआ आपके घर में लगे किसी पर पेड़ पर आकर बैठे तो यह भी पितरों के आगमन का संकेत माना जाता है। कौए का हरे-भरे पेड़ पर बैठने का अर्थ यह माना जाता है कि आपके घर पर पितरों का आशीर्वाद है और जल्‍द ही आपका घर धन वैभव से भर जाएगा।

पितर आपके आस-पास हैं


अगर आपको अपने घर के आस-पास कौआ इस रूप में नजर आए कि उसके मुंह में फूल और पत्‍ती दबी हों समझ लें कि पितर आपके आस-पास ही मौजूद हैं और आपसे बेहद प्रसन्‍न हैं। जल्‍द ही उनके आशीर्वाद से आपके सभी कष्‍ट दूर हो जाएंगे और आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।

कौए का इस रूप में दिखना


अगर पितर पक्ष में आपको कौआ इस रूप में नजर आए कि वह गाय की पीठ पर अपनी चोंच रगड़ रहा हो तो यह इस बात का संकेत है कि अब आपके घर में खुशहाली आने वाली है और आपकी सारी परेशानियां जल्‍द ही समाप्‍त हो जाएंगी। पितरों के आशीर्वाद से आपको धन की प्राप्ति होगी।

कौए का ऐसे नजर आना

पितर पक्ष में कौआ यदि सूअर की पीठ पर बैठा हुआ नजर आता है तो आपको खुश हो जाना चाहिए और पितरों का शुक्रिया करना चाहिए। इसका अर्थ है कि पितरों का आगमन हो चुका है और वे आपके प्रसाद को स्‍वीकार कर रहे हैं। पितरों सूअर पर कौए का बैठना अच्‍छाई का प्रतीक माना जाता है।

समझ लें पितर ग्रहण कर चुके हैं प्रसाद


अगर कौआ दाईं ओर से आए और भोजन ग्रहण करके बाईं ओर चला जाए तो समझ लें कि पितरों को आपके द्वारा दिया गया प्रसाद प्राप्‍त हो गया है। ऐसे में आपके द्वारा किया गया पितरों का श्राद्ध कर्म सफल माना जाएगा और आपको उनका आशीष प्राप्‍त होगा।

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। lifeberrys हिंदी इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले विशेषज्ञ से संपर्क जरुर करें।)