ये 8 गलतियां बन सकती हैं आपकी कंगाली का कारण, जानें और लाए इनमें सुधार

अक्सर देखा जाता हैं कि व्यक्ति के जीवन में अचानक से ही कंगाली, दुख व दरिद्रता आ जाती है और व्यक्ति को इनका कारण भी पता नहीं चल पाता हैं। इस स्थिति का कारण आपकी कुछ गलतियां भी बन सकती हैं। जी हां, वास्तु के अनुसार की गई कुछ गलतियां जीवन में कंगाली लेकर आती हैं। आज हम आपको उन्हीं गलतियों की जानकारी देने जा रहे हैं जिनमें सुधार कर कंगाल से बचा जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं इन गलतियों के बारे में।

ना रखें खंडित मूर्ति

घर में भगवान की कोई ऐसी प्रतिमा ना रखें, जो खंडित हो या जिसका कोई अंग भंग हो चुका है। इसे नदी में विसर्जित कर दें। नहीं तो इससे धन संबंधित परेशानियां बढ़ जाएंगी।

गलत दिशा में रखी अलमारी

घर के उत्तर-पूर्व कोने में अलमारी या तिजोरी रखने से भी धन हानि होने लगती है। अलमारी को हमेशा दक्षिण दिशा की दीवार से लगाकर रखें। इससे उसका मुंह उत्तर की ओर खुलेगा, जिससे धन में बढ़ौतरी होगी।

टूटा शीशा रखना गलत

अगर आपके घर में कोई शीशा टूटा हुआ है, उसमें दरार आ गई है या फिर खिड़की का कांच टूट गया है, तो इसे तुरंत बदल दीजिए। इससे न सिर्फ धन हानि होती है बल्कि इससे घर में नेगेटिव एनर्जी भी आती है।

जूठे बर्तन ना रखें

बेडरूम में जूठे बर्तन ना रखें। इससे कंगाली के साथ परिवार की सेहत खराब होती है। बेड के नीचे जूते भी ना रखें। वहीं रात के समय भी शैंक में झूठे बर्तन नहीं रखने चाहिए क्योंकि इससे मां लक्ष्मी नाराज हो जाती है।

तवा और कढ़ाई

इस्तेमाल करने के बाद तवा और कढ़ाई को सीधा ना रखें इससे राहुदोष बढ़ता है, जिससे न सिर्फ पैसों की किलल्त आती है बल्कि घर में भी कलह-कलेश का माहौल बना रहता है। हमेशा यूज के बाद इसे उलटा करके रखें।

खराब नल भी है कारण

घर में कोई पानी नल या पाइप खराब से तो उसे ठीक करवाएं क्योंकि इससे धन संपति की हानि होती है। वहीं नहाने के बाद बाथरूम साफ जरूर करें। इससे राहू सही रहता है।

शाम को झाड़ू लगाना गलत

सूरज डूबने के बाद झाड़ू ना लगाएं। इससे मां लक्ष्मी नाराज हो जाती है और घर की बरकत गायब हो जाती है। इसके अलावा झाड़ू को हमेशा ऐसी जगह रखें, जहां से वो किसी को नजर ना आए।

कांटेदार पौधे लगाना

घर में ऐसे पौधे बि‍ल्कुल न लगाएं जो कांटेदार हो या फिर जिनमें से दूध निकलता हो। इस तरह के पौधे धन संबंधी परेशानियों के साथ-साथ अन्य समस्याओं का भी कारण बनते हैं।