आज 5 जून को रात 11 बजकर 16 मिनट पर चंद्रग्रहण की शुरुआत होगी। यह साल का दूसरा चंद्रग्रहण हैं। शास्त्रों में चंद्रग्रहण का बड़ा महत्व बताया गया हैं जिसके सूतक काल में कई सावधानियां बरतने की जरूरत होती हैं। हांलाकि यह चंद्रग्रहण उपच्छाया हैं तो इसमें सूतक नहीं लगता हैं। लेकिन शास्त्रों में माना जाता हैं कि चंद्रग्रहण के बाद धरती का वातावरण अशुद्ध हो जाता हैं जिसके शुद्ध करने के लिए कुछ उपायों की जरूरत होती हैं। तो आइये जानते हैं उन कामों के बारे में जो चंद्रग्रहण के बाद जरूर करने चाहिए ताकि उनके घर की अशुद्धि दूर हो सके।
स्नान जरूर करें
पुराणों में चंद्रग्रहण और सूर्यग्रहण के बाद स्नान को बेहद आवश्यक बताया गया है। ग्रहण के वक्त वातावरण में खतरनाक किरणों के प्रभाव से कुछ अशुद्धियां हो जाती हैं, इसलिए स्नान करना जरूरी माना जाता है। एक बात का ध्यान रखें कि स्नान कपड़े पहनकर करें। शास्त्रों में नग्न होकर स्नान करना वर्जित बताया गया है।
घर की साफ-सफाई
चंद्रग्रहण के बाद घर की साफ-सफाई करना बेहद जरूरी माना जाता है। ग्रहण के बाद घर में हर जगह गंगाजल का छिड़काव करें। साथ ही पूजा स्थल को भी पवित्र करें और सभी मूर्तियों पर गंगाजल छिड़कें। उसके बाद पूजा करें और फिर से चंदन का टीका भगवान को लगाएं। पूजा के बाद भोग भी लगाएं।
पका भोजन पशुओं को खिलाए
चंद्रग्रहण के बाद रात के बचे हुए पके भोजन को न खाएं। आप चाहें तो इसे सुबह पशुओं को खिला सकते हैं। चंद्रग्रहण के वक्त घी या दूध से बनी चीजों में तुलसी के पत्ते डाल दें। ऐसा करने से आपको उन्हें फेंकना नहीं पड़ेगा। तुलसी में नकारात्मक शक्तियों को अवशोषित करने की क्षमता मानी जाती है। इस कारण ऐसा करना उचित माना जाता है।
भगवान को करवाएं स्नान
चंद्रग्रहण के बाद मंदिर को साफ-सुथरा करके यदि आपके घर में भगवान विष्णु और बालगोपाल की प्रतिमा है तो उन्हें गंगाजल से स्नान करवाएं और वस्त्र दूसरे पहनाएं। उसके बाद विधि विधान से भगवान की पूजा करें और भोग लगाएं। भगवान को भोग लगाने के बाद ही खुद भी अन्न और जल ग्रहण करें।
अन्न दान करें
चंद्रग्रहण के बाद दान पुण्य का शास्त्रों में विशेष महत्व बताया गया है। चंद्रग्रहण के बाद सफेद वस्तुओं का दान करना मंगलकारी होता है। इनमें अक्षत, सफेद वस्त्र और दूध दही से बनी वस्तुओं को दान में दिया जा सकता है। ग्रहण के बाद गुरुजनों, ब्राह्मणों और पुरोहितों एवं जरूरतमंदों को दान करना चाहिए।