शाम के समय किए गए ये 5 काम लाते हैं दुर्भाग्य, जानें और बचें

शास्त्रों में व्यक्ति के जीवन से जुड़े कई नियम बताए गए हैं जिनकी पालना की जाए तो व्यक्ति के जीवन में कभी सौभाग्य की कमी नहीं होती हैं। लेकिन इसी के साथ ही इन नियमों की अवहेलना करना दुर्भाग्य का कारण भी बनती है। आज इस कड़ी में हम आपको शाम के समय नहीं किए जाने वाले कुछ कार्यों की जानकारी देने जा रहे हैं जो कि अपने साथ नकारात्मकता लेकर आते हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।

तुलसी को छूना

शाम के समय तुलसी को छूना शास्त्रों में वर्जित बताया गया है। क्योंकि शाम के समय में तुलसीजी लीला करने जाती हैं। इसलिए शाम के समय तुलसी को छूना अपराध माना गया है। शाम के समय तुलसी को दीपक से आरती करनी चाहिए। ऐसा करने से कभी भी धन का संकट नहीं मडराता।

शंख बजाना

माना जाता है कि सूर्यास्त के बाद देवी-देवता आराम करने चले जाते हैं इसलिए कभी भी इस समय शंख नहीं बजाना चाहिए। सूर्यास्त के समय पूजा करें तो ध्यान रखें कि शंख ना बजाएं। शंख की ध्वनि से माना जाता है कि उनके आराम में बाधा आती है। शाम के समय शंख बजाने से लाभ के बजाय हानि होती है।

दरवाजा बंद रखना

संध्या के समय घर का मुख्य दरवाजा बंद करना नहीं चाहिए। लोक मान्यता है कि यह लक्ष्मी के आगमन का समय होता है। इसलिए कहते हैं कि पहली शाम को दरवाजा थोड़ा खोलकर रखना चाहिए। माना जाता है कि इससे घर में लक्ष्मी आती हैं और बरकत होती है।

उधार देना

शाम के समय किसी को रूपया-पैसा ना तो उधार देना चाहिए और ना ही किसी से लेना चाहिए। ऐसा करने से घर में कभी भी बरकत नहीं होती है। धन का लेन-देन हमेशा सुबह करना चाहिए। शाम के समय धन का लेन-देन करने का अपशगुन माना जाता है। मान्यता है कि इस समय धन किसी और को देना लक्ष्मी को विदा के समान माना जाता है।

कलह का माहौल

शाम के समय घर का माहौल हमेशा हंसी-खुशी का रखना चाहिए। ना कि रोना और कलह करना, यह अपशगुन माना जाता है। ऐसा करने से अलक्ष्मी का आगमन होता है, जिससे लोग बीमार होते हैं और मानसिक चिंता, परेशानी और धन की हानि होने लगती है।