आज से ही त्याग दे ये 4 गलत आदतें, जीवन में लाती हैं दुखों का अंबार

व्यक्ति के जीवन में शास्त्रों का बड़ा महत्व माना गया हैं क्योंकि शास्त्रों में बताई गई बातें व्यक्ति के जीवन पर बहुत असर डालती है। शास्त्रों में व्यक्ति की आदतों से जुडी जानकारी भी बताई गई हैं। आदतों का संबंध हमारे भविष्य और हमें प्राप्त होने वाले सुख-दुख से भी है। आज हम आपको शास्त्रों में बताई गई उन गलत आदतों की जानकारी देने जा रहे हैं जो जीवन में दुखों का अंबार लेकर आती हैं। तो आइये जानते हैं उन गलत आदतों के बारे में।

खाने के बाद जूठी थाली छोड़कर उठ जाना

खाना खाने के बाद जूठी थाली छोड़कर उठ जाना अच्छी आदत नहीं है। इस आदत के कारण कार्यों में स्थाई सफलता प्राप्त नहीं हो पाती है। अधिक मेहनत करने के बाद भी संतोषजनक फल प्राप्त नहीं हो पाते हैं। खाना खाने के बाद जूठे बर्तनों को सही स्थान पर रखा जाए तो शनि और चंद्र के दोष दूर होते हैं। साथ ही, लक्ष्मी की प्रसन्नता भी मिलती हैं।

जोर-जोर से बोलना

यदि किसी व्यक्ति की आदत जोर-जोर से बोलने की है तो उसे शनि के दोष का सामना करना पड़ता है। शनि ऐसे लोग से नाराज हो जाते हैं जो जोर-जोर से, चीख-चीखकर बात करते हैं। ऐसा करने पर अन्य लोगों को भी परेशानी होती है। बातचीत शांत होकर ही करनी चाहिए। साथ ही, व्यर्थ की बातों से बचना चाहिए।

इधर-उधर थूकने की आदत

इधर-उधर थूकने की आदत, अशुभ फल देने वाली होती है। इस आदत से यश, मान-सम्मान खत्म होता है। ऐसे लोगों को यदि मान-सम्मान मिल भी जाता है तो वह अधिक समय तक टिकता नहीं है। महालक्ष्मी की कृपा नहीं मिल पाती है। इसीलिए इधर-उधर थूकने से बचना चाहिए, इस काम के लिए निर्धारित स्थान का ही उपायोग करना चाहिए।

बुजुर्गों का अपमान करना

यदि कोई व्यक्ति किसी वृद्धजनों का अपमान करता है, उनका मजाक बनाता है तो इस आदत के कारण घर की बरकत खत्म हो जाती है। इसीलिए घर के और समाज के सभी बड़ों का मान-सम्मान बनाए रखना चाहिए। जिन घरों में वृद्धजन खुश रहते हैं, वहां सभी देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है।