धार्मिक नजरिए से ग्रहण को अशुभ माना जाता है। ग्रहण पर किसी भी प्रकार का शुभ कार्य नहीं किया जाता है। ग्रहण के दौरान भगवान की पूजा-पाठ भी करना वर्जित माना गया है। इस दिन सभी मंदिरों के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं। आपको बता दे, आज यानी 25 अक्टूबर 2022 को साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण से 12 घंटे पहले शुरू हो चुका है। यह आंशिक सूर्य ग्रहण है। भारत में ग्रहण दिल्ली, राजस्थान,पश्चिमी मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब,उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड। जम्मू, श्रीनगर, लेह और लद्दाख में दिखाई देगा। दक्षिण भारत के हिस्से जैसे तमिलनाडु, कर्नाटक,मुंबई, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड और बंगाल में कुछ समय के लिए दिखाई देगा। देश के पूर्वी भागों में असम,अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और नागालैंड में यह सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा। ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को कई तरह की सावधानियां बरतनी पड़ती है। गर्भवती महिलाओं और उनके गर्भ में पल रहे बच्चे पर ग्रहण का बुरा प्रभाव पड़ता है। आइए जानते हैं गर्भवती महिलाएं इस सूर्य ग्रहण के दौरान किन बातों का ध्याल रखना चाहिए।
- ग्रहण के दौरान सूर्य की किरणें दूषित होती हैं। इसलिए गर्भवती महिलाएं को नकारात्मक प्रभाव से बचाने के लिए सूर्य ग्रहण नहीं देखना चाहिए।
-सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं घर से बाहर न निकलें।
- गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के खत्म होने के बाद नहाना चाहिए।
- सूतक काल से सूर्य ग्रहण काल के दौरान तक गर्भवती महिलाएं किसी भी तरह की नुकीली चीज, जैसे चाकू, कैंची का इस्तेमाल न करें।
- सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं सब्जी काटने से भी परहेज करें।
- सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सोने से बचना चाहिए। गर्भवती स्त्रियां सूर्य से जुड़े मंत्रों का लगातार जाप करते रहना चाहिए।
- ग्रहण के दौरान कुछ भी खाना-पीना नहीं चाहिए।
- सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को अपने पास दूर्वा घास रखनी चाहिए।