इस तरह रखें स्टडी रूम का वास्तु, परीक्षा में मिलेगी सफलता

हर पेरेंट्स चाहते हैं कि उनके बच्चे मन लगाकर पढ़ाई करें और शिक्षित होते हुए जीवन में सफलता प्राप्त करें। इसके लिए माता-पिता बच्चों को हर सुविधा मुहैया कराते है और उनकी शिक्षण में आई हर परेशानी को दूर करने की कोशिश करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि परीक्षा में सफलता पाने के लिए स्टडी रूम का वास्तु भी सही होना चाहिए। जी हां, स्टडी रूम वास्तु सांगत हो तो वातावरण सकारात्मक रहता हैं और बच्चे का पढ़ाई में मन लगता हैं जिसकी बदौलत परीक्षा में सफलता मिलती हैं। तो आइये जानते हैं स्टडी रूम के इन वास्तु के बारे में।

- वास्तु के अनुसार घर में जहां पर स्टडी रूम हो उसकी दिशा दक्षिण- पश्चिम में होनी चाहिए। इसके अलावा पढ़ाई का कमरा पूर्व उत्तर दिशा में होने से सूर्य, बुध एवं गुरू ग्रह की कृपा हमेशा प्राप्त होती है।

- स्टडी रूम में टेबल का आकार वर्गाकार और आयताकार होना चाहिए। इससे छात्रों का मन पढ़ाई में लगता है।

- किसी बीम या दुछती के नीचे बैठकर पढ़ना या सोना नहीं चाहिए, अन्यथा मानसिक तनाव उत्पन्न होता है और पढ़ाई में मन नहीं लगेगा।


- घर की पश्चिम दिशा में पढ़ाई का कमरा होने पर बच्चों को पूर्व दिशा की ओर मुंह करके पढ़ना चाहिए। ऐसा करने से बच्चा परीक्षा के दिनों में कम समय में ज्यादा चीजें याद कर परीक्षा में अच्छे नंबर प्राप्त कर सकता है।

- पढ़ाई करने वाले बच्चों को हमेशा दक्षिण या पश्चिम की ओर सिर करके सोना चाहिए। दक्षिण में सिर करके सोने से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होता है और पश्चिम में सिर करके सोने से पढ़ने की चाहत दिन-प्रतिदिन बड़ती जायेगी।

- यदि सुबह सूर्य की किरणें स्टडी रूम में आती हों तो खिड़की दरवाजे सुबह के वक्त खोलकर रखने चाहिए, ताकि सुबह के सूर्य की सकारात्मक ऊर्जा का लाभ मिल सके।

- स्टडी रूम में मां सरस्वती का चित्र लगायें और उनके सामने पढ़ाई करने से पहले हाथ जोड़कर बुद्धि एवं बल के लिए प्रार्थना करें। साथ ही प्रात:काल ॐ ऐं हीं सरस्वत्यै नमः का जाप करें।