Ganesh Chaturthi 2018 : कैसे गणपति जी को मिले थे उनके पहले अस्त्र-शस्त्र, आइये हम बताते हैं आपको यह राज

गणेश चतुर्थी Ganesh Chaturthi 2018 का पावन पर्व आ चूका हैं और सभी ने गणपति जी के आगमन की तैयारियां कर ली हैं। सभी भक्तगण चाहते हैं कि श्रीगणेश उनके घर पर पधारे और प्रसन्न होकर उनके जीवन का उद्धार करें। सभी भक्त श्रीगणेश के पराक्रम से अवगत हैं कि किस तरह से उन्होंने अपने अस्त्र-शस्त्र से दैत्यों का सर्वनाश किया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि श्रीगणेश के सबसे पहले अस्त्र-शस्त्र क्या थे और ये उनको कैसे मिले थे। तो आइये आज हम बताते हैं आपको इसके बारे में।

एक बार शिव कैलाश त्यागकर वन में जाकर रहने लगे। एक दिन शिव से मिलने विश्वकर्मा आए। उस समय गणेश की आयु मात्र छह वर्ष थी। गणेश ने विश्वकर्मा से कहा कि मुझसे मिलने आए हो तो मेरे लिए क्या उपहार लेकर आए हो। विश्वकर्मा ने कहा कि भगवन मैं आपके लिए क्या उपहार ला सकता हूं। आप तो स्वयं सच्चिदानंद हो।

विश्वकर्मा ने गणपति का वंदन किया और उनके सामने भेंट स्वरुप कुछ वस्तुएं रखीं, जो उनके हाथ से बनी हुई थीं। ये वस्तुएं थीं एक तीखा अंकुश, पाश और पद्म। ये आयुध पाकर गणपति को बहुत प्रसन्नता हुई। इन आयुधों से सबसे पहले छह साल के गणेश ने अपने मित्रों के साथ खेलते हुए एक दैत्य वृकासुर का संहार किया था।