जानिये हनुमान जी को प्रसन्न करने का सही तरीका

भगवान शिव के 11 अवतारों मे से एक है हनुमानजी का अवतार है। इनका जन्म वैशाख पूर्णिमा को हुआ माना जाता है। इसी दिन हनुमान जयंती मनाई जाती है। शिव जी जिस तरह पूजा की जाती है उसी तरह ही इनकी पूजा करना सरल है। सात्विक रहते हुए हनुमानजी का पूजन-भजन करना चाहिए।

साधारणतया हनुमान प्रतिमा को चोला चढ़ाते हैं। हनुमानजी की कृपा प्राप्त करने के लिए मंगलवार को पूजा करने का विशेष विधान होता है। इस दिन जिस भी भक्त द्वारा पूजा की जाती है उस पर इनकी कृपा बनी रहती है। चोले में चमेली के तेल में सिन्दूर मिलाकर प्रतिमा पर लेपन कर अच्‍छी तरह मलकर, रगड़कर चांदी या सोने का वर्क चढ़ाते हैं। यह जरूरी नहीं की चोला मंगलवार और शनिवार के अलावा नहीं चढ़ा सकते है। बल्कि किसी भी दिन चोला चढ्या जा सकता है पर इस दिन चढ़ाना विशेष होता है।

पूजा करने की विधि :

1. सबसे पहले चोला चढ़ाने मे शुद्ध वस्त्रो को धारण किया जाता है।
2. सृष्टि क्रम और संहार क्रम मे पूजा करने के अपने ही लाभ है। सृष्टि क्रम यानि पेरो का क्रम जिससे देवता सोम्य रहते है, और संहार क्रम मे चोला चढ़ने से उग्र हो जाते है।
3. यदि कोई विशेष कामना पूर्ति हो तो पहले संहार क्रम से, जब तक कि कामना पूर्ण न हो जाए, पश्चात सृष्टि क्रम से चोला चढ़ाया जा सकता है। ध्यान रहे,यह पुरा काम अच्छे से सम्पन्न हो।
4. सात्विक जीवन, मानसिक एवं शारीरिक ब्रह्मचर्य का पालन अनिवार्य है।