छीक एक प्राकृतिक क्रिया है जो कभी भी किसी को आ सकती हैं। आपने कई बार देखा होगा कि जब कभी घर से बाहर काम से निकलते समय अगर छींक आ जाये तो उसे अपशगुन माना जाता हैं और थोड़ी देर रूककर फिर काम के लिए निकलते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर बार छींकना अपशगुन नहीं होता हैं। जी हाँ, जिस तरह से इंसान छींकते हैं उसी तरह से जानवर भी छींकते हैनं और हर जानवर की अपनी छींक का महत्व होता हैं, आज हम आपको विभिन्न जानवरों की छींक के शगुन-अपशगुन बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।
* कुत्ता : यदि आपके मार्ग में कुत्ते ने एक बार छींक दिया तो यह किसी समस्या के उत्पन्न होने का या विपत्ति के आने का चिन्ह होता हैं। यदि कुत्ते ने एक से अधिक बार छींक दिया तो आने वाली मुसीबत के टल जाने कि या रुक जाने की आशंका रहती हैं।
* हाथी : यदि आपके मार्ग में गजराज यानी गणेश भगवान की सवारी हाथी छींक दें तो राज्य लाभ होता हैं।
* गाय या गाय का बछड़ा : अगर किसी अच्छे काम के लिए आप अपने घर से निकल गयें हैं और आपके रास्ते में गाय या गाय का बछडे ने छींक दिया हैं। तो यह बहुत ही शुभ होता हैं तथा इनके छींकने से आपके कार्य की सिद्धि अवश्य ही होती हैं। गाय व गाय के बछड़े का छींकना धन वृद्धि का सूचक भी माना जाता हैं।
* व्यक्ति की छींक : वैदिक साहित्य के अनुसार श्मशान घाट या किसी दुर्घटना के स्थान पर अगर कोई व्यक्ति छींक दें तो यह बहुत ही शुभ होता हैं। व्यक्ति का एक बार छिंकने से अशुभ हो सकता हैं। ऐसा माना जाता हैं जो कि एक गलत धारणा हैं। लेकिन यदि कोई व्यक्ति एक से अधिक बार छींक दें तो यह अपशगुन नहीं माना जाता।
* भूकंप : भूकंप, आकाल या महामारी, बाढ़ आदि जानलेवा स्थितियों की सूचना मिलने के बाद यदि कोई पशु या व्यक्ति छींक दे इन स्थितियों का असर अधिक न पड़ने की सम्भावना होती हैं।
* दवाई : यदि कोई व्यक्ति किसी दवाई का सेवन कर रहा हैं और अचानक से उसे छींक आ जाये और दवाई उसके हाथ से छुट कर नीचे गिर जाये तो यह व्यक्ति के जल्दी ठीक होने का तथा रोग के जल्दी खत्म होने का संकेत माना जाता हैं।