Sharad Purnima 2020 : राशि के अनुसार इन मंत्रों का जाप कर लगाए भोग, धन समृद्धि की होगी प्राप्ति

आज शरद पूर्णिमा का पावन पर्व हैं जो कि महालक्ष्‍मी के जन्‍मदिन के रूप में मनाया जाता हैं। आज के दिन की गई पूजा मां लक्ष्मी को प्रसन्न करती हैं और उनका आशीर्वाद दिलाती हैं। आज के दिन चाँद की चांदनी अमृतमयी किरणें फैलाती हैं। मां लक्ष्‍मी की पूजा करते हुए उन्हें खीर का भोग लगाया जाता हैं। लेकिन इसी के साथ ही राशिनुसार मंत्र जाप करते हुए भोग लगाया जाए तो इसका शुभ लाभ मिलता हैं और जीवन में धन-समृद्धि का आगमन होता हैं।

मेष

मंत्र: ऊं ऐं क्‍लीं सौं:
मेष राशि के स्‍वामी मंगल माने जाते हैं और इस राशि के लोगों का लाल रंग लकी माना जाता है। इस राशि के लोगों को मां लक्ष्‍मी को शरद पूर्णिमा पर खीर के साथ सेब का भोग लगाना चाहिए।

वृष

मंत्र: ऊं ऐं क्‍लीं श्रीं
वृष राशि के स्‍वामी शुक्र को माना जाता है और शुक्र को सफेद वस्‍तुएं प्रिय मानी जाती हैं और साथ ही मां लक्ष्‍मी को भी सफेद रंग की वस्‍तुएं प्रिय होती हैं इसलिए आप खीर के साथ मखाने और नारियल का भी भोग मां लक्ष्‍मी को लगा सकते हैं।

मिथुन

मंत्र: ऊं क्‍लीं ऐं सौं:
मिथुन राशि के स्‍वामी बुध माने जाते हैं और इस राशि के लोगों के लिए लकी रंग हरा माना जाता है। इसलिए आप शरद पूर्णिमा पर मां लक्ष्‍मी को हरे सिंघाड़े के साथ हरे रंग के फलों का भोग लगा सकते हैं।

कर्क

मंत्र: ऊं ऐं क्‍लीं श्रीं
कर्क राशि को चंद्रदेव की राशि माना जाता है और इस राशि का लकी रंग सफेद है। शरद पूर्णिमा पर मां लक्ष्‍मी के साथ चंद्रदेव की भी पूजा की जाती है। इसलिए इस दिन आप सफेद मिष्‍ठान का भोग लगाकर मां को प्रसन्‍न कर सकते हैं।

सिंह

मंत्र: ऊं हृीं श्रीं सौं:
सिंह राशि के स्‍वामी सूर्यदेव हैं। आपकी राशि वालों के लिए लकी कलर पीला और नारंगी माना जाता है। आपको शरद पूर्णिमा पर खीर के साथ मां लक्ष्‍मी को पीले और नारंगी रंग के फलों का भोग लगाना चाहिए।

कन्‍या

मंत्र: ऊं श्रीं ऐं सौं
कन्‍या राशि का स्‍वामी बुध को माना जाता है। इस राशि के लोगों के लिए हरा रंग सबसे प्रभावशाली माना जाता है। आपको शरद पूर्णिमा पर मां लक्ष्‍मी को खीर के साथ खीरा भी प्रसाद के रूप में अर्पित करना चाहिए।

तुला

मंत्र: ऊं हृीं क्‍लीं श्री
तुला राशि के स्‍वामी शुक्र माने जाते हैं और आपके लिए लकी कलर नारंगी और सफेद होता है तो आपको शरद पूर्णिमा पर कौड़ि‍यों से मां लक्ष्‍मी की पूजा करनी चाहिए और सफेद मिष्‍ठान का भोग लगाना चाहिए।

वृश्चिक

मंत्र: ऊं ऐं क्‍लीं सौं
आपके राशि स्‍वामी मंगल माने जाते हैं और मंगल को लाल रंग सबसे प्रिय है। लाल रंग मां लक्ष्‍मी को भी प्रिय माना जाता है। आपको खीर में केसर डालकर मां लक्ष्‍मी का भोग लगाना चाहिए और साथ में अनार का भी भोग आप लगा सकते हैं।

धनु

मंत्र: ऊं हृीं क्‍लीं सौं:
धुन राशि के लोगों का स्‍वामी बृहस्‍पति को माना जाता है और इस राशि का लकी कलर पीला होता है। केसर वाली खीर के साथ आपको पीले फलों का भोग मां लक्ष्‍मी को लगाना चाहिए।

मकर

मंत्र: ऊं ऐं क्‍लीं हृीं श्रीं सौं
मकर राशि के स्‍वामी शनि माने जाते हैं और इस राशि के लोगों का लकी कलर काला होता है। मगर काले रंग से किसी भी प्रकार की पूजा नहीं होती। इसलिए आपको मां लक्ष्‍मी की पूजा में कमल का पुष्‍प चढ़ाना चाहिए और खीर का भोग लगाना चाहिए।

कुंभ

मंत्र: ऊं हृीं ऐं क्‍लीं श्रीं
कुंभ राशि के स्‍वामी भी शनि होते हैं। आपको शरद पूर्णिमा की पूजा में मां को लाल गुड़हल का पुष्‍प चढ़ाना चाहिए और खीर का भोग लगाना चाहिए।

मीन

मंत्र: ऊं हृीं क्‍लीं सौं
मीन राशि के स्‍वामी सूर्य माने जाते हैं। आपको पूजा में पीले फूल और पीले फलों का प्रयोग करना चाहिए और केसर वाली खीर का भोग लगाना चाहिए।