शनि जंयती पर किए गए ये 5 उपाय दूर करेंगे जीवन की सभी परेशानियां, मिलेगा शुभ फल

आज ज्येष्ठ अमावस्या हैं जिसे शनिदेव के जन्म अर्थात शनि जयंती के रूप में मनाया जाता हैं। सूर्य और माता छाया के पुत्र शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता हैं जो कि कर्म के अनुसार फल प्रदान करते हैं। शनि की नाराजगी शनि दोष, साढ़ेसाती और ढैय्या के रूप में व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करती हैं। ऐसे में आज हम आपके लिए शनि जंयती के कुछ ऐसे उपाय लेकर आए हैं जिनकी मदद से जीवन की सभी परेशानियां दूर की जा सकती हैं। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।

शनिदेव की करें आराधना

शनि जयंती के दिन शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए सुबह जल्दी उठें और नित्यकर्म के बाद स्नान करें। इसके बाद विधि-विधान से शनि देवता की पूजा करें। शनि देव को सरसों का तेल अर्पित करें।

शिवजी और हनुमान जी की करें पूजा

शनि जयंती के दिन भगवान शिव और हनुमान जी की आराधना करनी चाहिए। कहते हैं शिवजी और हनुमान भक्तों के ऊपर शनि की कभी बुरी दृष्टि नहीं पड़ती है। ऐसे जातकों को शनि कभी भी परेशान नहीं करते हैं, बल्कि अपनी कृपा दृष्टि बरसाते हैं।

शनि चालीसा का करें पाठ

शनि जयंती के दिन शनि चालीसा का पाठ करना चाहिए। यह उपाय करने से जातकों के ऊपर शनि की बुरी नजर नहीं पड़ती है। ऐसे जातकों पर शनि की कृपा दृष्टि बनी रहती है और जीवन में शुभ फल की प्राप्ति होती है।

इस मंत्र का करें जाप

शनि जयंती के दिन ॐ नीलांजन समाभासं रवि पुत्रं यमाग्रजम। छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम।। का जाप करने से जातकों को शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त होने की मान्यता है।

छाया पात्र का दान

शनि के प्रकोप से बचने के लिए सबसे पहले एक कटोरे में सरसों का तेल लें और उसमें अपना चेहरा देखें। फिर इस कटोरे को शनि मंदिर में या फिर किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान कर दें। ऐसा करने से आपको शुभ फल प्राप्त होंगे।

दान करें ये चीजें

शनि जयंती के दिन दान करने से कई गुना फल की प्राप्ति होती है। इस शनि जयंती अपनी क्षमता के अनुसार दान अवश्य करें। ऐसा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं। शनि दोष से मुक्ति के लिए शनि जयंती के दिन तेल, तिल, लोहा काले वस्त्रों का दान करना चाहिए।