आज है सावन शिवरात्रि, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विध‍ि और महत्‍व

हिन्‍दू कैलेंडर के अनुसार सावन शिवरात्रि (Sawan Shivratri) हर साल सावन के महीने की कृष्‍ण पक्ष चतुर्दशी को आती है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार हर साल अगस्‍त-सितंबर माह में सावन शिवरात्रि मनाई जाती है। इस बार सावन शिवरात्रि 30 जुलाई यानी आज है। हिन्‍दू धर्म में सावन शिवरात्रि का एक विशेष महत्‍व है। हालाकि, हर महीने कृष्‍ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि आती है, लेकिन सावन महीने में आने वाली शिवरात्रि को विशेष फलदायी माना जाता है। ऐसी मान्‍यता है कि सावन के महीने में स्वयं भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश, कार्तिकेय, नंदी और अपने शिवगणों सहित पूरे महीने पृथ्वी पर विराजते हैं। इसलिए सावन उनकी पूजा का सर्वश्रेष्‍ठ महीना है। शिव भक्‍तों के लिए सावन शिवरात्रि (Sawan Shivratri) का दिन बेहद ही महत्वपूर्ण होता है। शिव भक्‍त सावन का महीना आते ही बोल बम के नारों के साथ पैदल ही कांवड़ लेने के लिए हरिद्वार और गौमुख निकल पड़ते हैं। फिर कई किलोमीटर की पैदल यात्रा के बाद सावन शिवरात्रि के दिन अपने आराध्‍य भोलेनाथ का जलाभिषेक करते हैं। सावन शिवरात्रि के दिन शिवलिंग का जलाभिषेक करना बेहद पुण्‍यकारी और कल्‍याणकारी माना जाता है। मान्‍यता है कि सावन शिवरात्रि के दिन जो भक्‍त सच्‍चे मन से शिव शंकर की पूजा करते हैं भगवान उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर देते हैं।

सावन शिवरात्रि की तिथि और शुभ मुहूर्त

चतुर्दशी तिथि प्रारंभ: 30 जुलाई 2019 को दोपहर 02 बजकर 49 मिनट से

चतुर्दशी तिथि समाप्त: 31 जुलाई 2018 को सुबह 11 बजकर 57 मिनट तक

निशिथ काल पूजा: 31 जुलाई 2019 को दोपहर 12 बजर 06 मिनट से 12 बजकर 49 मिनट तक

पारण का समय: 31 जुलाई 2019 को सुबह 05 बजकर 46 मिनट से सुबह 11 बजकर 57 मिनट तक

सावन शिवरात्रि की पूजन विधि

- सुबह स्नानादि के बाद साफ वस्त्र धारण करें।

- इसके बाद व्रत का संकल्‍प लें।

- अब घर के मंदिर या शिवालय जाकर शिवलिंग पर दूध, दही, शहद, घी और गन्‍ने का रस या चीनी का मिश्रण से बना पंचामृत चढ़ाएं।

- अब 'ॐ नमः शिवाय' का जाप करते हुए शिवलिंग पर एक-एक कर बेल पत्र, फल और फूल चढ़ाएं।

- मान्‍यता है कि सावन शिवरात्रि पर भोलेनाथ को तिल चढ़ाने से पापों का नाश होता है।

- मनचाहा वर पाने के लिए चने की दाल का भोग लगाने का विधान है।

- घर में सुख-शांति के लिए धतूरे के पुष्‍प या फल का भोग लगाया जाता है।

- शत्रुओं पर विजय पाने या कोर्ट केस जीतने के लिए शिवलिंग पर भांग भी चढ़ाई जाती है।