इस तरह दूर करें घर के वास्तु दोष, आएगी खुशियां मिलेगा धन भंडार

कई लोग होते हैं जो अपने जीवन की परेशानियों से इस कदर तंग आ जाते हैं कि दुख और चिंता उन्हें घेरे रहती हैं। देखा जाता हैं कि कई लोगों के जीवन में एक के बाद एक परेशानियां आती ही रहती हैं। ऐसे में उन्हें अपने घर का वास्तु जरूर देखना चाहिए जो कि जीवन में नकारात्मकता का कारण बनता हैं और परेशनियां लेकर आता हैं। इसलिए आज इस कड़ी में हम आपके लिए घर के वास्तु दोष दूर करने के कुछ उपाय लेकर आए हैं जिनकी मदद से आपके जीवन में खुशियां आएगी और धन-धान्य की पूर्ती होगी। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।

दक्षिण में है घर का मुख्य द्वार


घर के सामने दरवाजे से दोगुनी दूरी पर नीम का एक पेड़ लगाएं। दरजावे के उपर पंचमुखी हनुमान का चित्र लगाएं। आदमकद दर्पण भी लगा सकते हैं। द्वार के ऊपर पंचधातु का पिरामिड या गणेशजी की पत्थर की दो मूर्ति बनवाएं जिनकी पीठ आपस में जुड़ी हो। इस जुड़ी गणेश प्रतिमा को मुख्य द्वार के बीचों-बीच चौखट पर फिक्स कर दें, ताकि एक गणेशजी अंदर को देखें और एक बाहर को।

एक ही सीध में हैं द्वार

यदि आपके मुख्‍य द्वार के बाद भीतर के द्वार भी एक ही सीध में हैं तो यह भी वास्तुदोष निर्मित करता है। इसके लिए घर में बीच वाले द्वार के मध्य मोटा परदा लगाएं या विंड चाइम लगाएं।

रसोई घर नहीं बना है आग्नेय कोण पर तो करें ये उपाय


यदि आपका रसोई घर आग्नेय कोण में नहीं बना है तो आप रसोईघर में किचन स्टैंड के उत्तर-पूर्व यानी ईशान कोण में ऊपर सिंदूरी गणेशजी की तस्वीर लगाएं या यज्ञ करते हुए ऋषियों की फोटो लगाएं।

बाथरूम और टॉयलेट एक साथ है तो करें ये उपाय


बाथरूम और टॉयलेट एक साथ है तो वहां पर नीले रंग के मग और बाल्टी ही रखें। एक कटोरे में खड़ा नमक भरकर बाथरूम-टॉयलेट के किसी कौने में रखें। यदि गलती से आपका शौचालय ईशान कोण में बन गया है तो फिर यह बहुत ही धनहानि और अशांति का कारण बन जाता है। प्राथमिक उपचार के तौर पर उसके बाहर शिकार करते हुए शेर का चित्र लगा दें।

शयन कक्ष

वैसे तो दक्षिण-पश्चिमी दिशा में होना चाहिए या उत्तर दिशा भी ठीक है लेकिन यदि शयन कक्ष अग्निकोण में हो तो पूर्व-मध्य दीवार पर शांत समुद्र का चित्र लगाना चाहिए। सिर हमेशा पूर्व या दक्षिण दिशा की ओर ही रखना चाहिए।

उत्तर-पूर्व अर्थत ईशान दिशा


यदि ईशान दिशा में किसी भी प्रकार का दोष है तो आप इस दिशा को खाली करके इस दिशा में एक पीतल के बर्तन में जल भरकर रख दें या तुलसी का पौधा लगाकर उसमें नित्य जल देते रहें। पीतल के बर्तन का पानी नित्य बदलते रहें।

सुंदर कांड या रामचरित का पाठ


घर के वास्तु दोष को दूर करने के लिए समय समय पर रामचरित का पाठ या सुंदरकांड का पाठ करवाते रहें। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकाल जाएगी।

सभी तरह का वास्तु दोष मिटाने के लिए कपूर रखें


यदि घर के किसी स्थान पर वास्तु दोष निर्मित हो रहा है तो वहां एक कर्पूर की 2 टिकियां रख दें। जब वह टिकियां गलकर समाप्त हो जाए तब दूसरी दो टिकिया रख दें। इस तरह बदलते रहेंगे तो वास्तुदोष निर्मित नहीं होगा।