रक्षाबंधन का त्यौहार एक भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक होने के साथ ही समाज में प्रेम और भाईचारा बढ़ाने का कार्य भी करता है। प्राचीन समय से चला आ रहा यह त्योंहार पूरे देश में बड़े धूम-धाम के साथ मनाया जाता हैं। राखी के ये धागे अपने साथ कई भावनाओं को लिए हुए होते हैं। इसलिए इस दिन हर बहिन को चाहिए कि वह राखी का त्योंहार पूर्ण विधिपूर्वक बनाए और अपने भाई के जीवन की मंगलकामना करते हुए उसे राखी बांधे। तो आइये हम बताते हैं आपको कि एक बहन किस तरह करें रक्षाबंधन के त्योंहार की तैयारी।
* प्रातः स्नानादि से निवृत्त हो जाएं।
* अब शुभ मुहूर्त में घर के किसी भी पवित्र स्थान को गोबर से लीप दें।
* लिपे हुए स्थान पर स्वस्तिक बनाएं।
* स्वस्तिक पर तांबे का पवित्र जल से भरा हुआ कलश रखें।
* कलश में आम के पत्ते फैलाते हुए जमा दें।
* इन पत्तों पर नारियल रखें।
* कलश के दोनों ओर आसन बिछा दें। (एक आसन भाई के बैठने के लिए और दूसरा स्वयं के बैठने के लिए)
* अब भाई-बहन कलश को बीच में रख कर आमने-सामने बैठ जाएं।
* इसके पश्चात कलश की पूजा करें।
* फिर भाई के दाहिने हाथ में नारियल तथा सिर पर टॉवेल या टोपी रखें।
* अब भाई को अक्षत सहित तिलक करें।
* इसके बाद भाई की दाहिनी कलाई पर राखी बांधें।
* फिर भाई को मिठाई खिलाएं, आरती उतारें और उसकी तरक्की व खुशहाली की कामना करें।
* भाई राखी बंधवाने के पश्चात बहन के चरण छूकर आशीर्वाद प्राप्त करे और उपहार दे।
* इसके पश्चात घर की प्रमुख वस्तुओं को भी राखी बांधें। जैसे- कलम, झूला, दरवाजा आदि।